सैदपुर : एससी एसटी हित के बिल को सपा सांसद ने ही संसद में फाड़ा था, संविधान की दुहाई देने वाली कांग्रेस ने ही किया सर्वाधिक संशोधन - बसपा मंडल कोऑर्डिनेटर


सैदपुर। क्षेत्र के बौरवां स्थित नंदरौल गांव में बसपा द्वारा गांव चलो अभियान की सफलता के बाबत बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान मंडल कोऑर्डिनेटर अमरजीत गौतम ने पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वो काम में जुट जाएं। सख्त निर्देश देते हुए कहा कि 2027 में बसपा की सरकार बनाकर बहन मायावती को पुनः प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरे तन मन से अभियान को सफल बनाने का काम करें। कहा कि हमें ये अभियान प्रत्येक जनपद के हर गांव के हर बूथ तक ले जाना है। कहा कि इस अभियान की सफलता के सेक्टर प्रभारियों को लगाया गया है। कहा कि सभी पदाधिकारी बूथों पर ये देख लें कि पुराने कार्यकर्ताओं में अभी कितने सक्रिय हैं। आने वाले समय में सपा अपना पुराना व रटा रटाया राग अलापते हुए बसपा को भाजपा की बी टी बताएगी, ऐसे में इनसे भी अपने मतदाताओं को सावधान रखना है। कहा कि सपा व इंडी गठबंधन संविधान के बदले जाने का डर दिखाकर सत्ता में आने का प्रयास किया और जब से वो मजबूत व बसपा कमजोर हुई है, तभी से दलितों पर अत्याचार भी बढ़ गया है। कहा कि पूरे देश को पता है कि दलितों व वंचितों का सबसे ज्यादा शोषण सपा सरकार में हुआ है। सपा शासन में प्रदेश में जंगलराज था और अनुसूचित जातियों का सबसे ज्यादा शोषण होता था। संविधान को बदलने का भय दिखाकर जनता को भड़काने वाली कांग्रेस की सरकार के समय में ही सबसे अधिक संविधान में संशोधन हुआ था। 2012 में एससी एसटी वर्ग के हित के लिए प्रोन्नति में आरक्षण के लिए लाए गए बिल को सपा के सांसद यशवीर ने देश की संसद में ही फाड़ दिया था। बहन मायावती के शासन काल में बने पार्कों, जिलों आदि का नाम बदल दिया गया। संत रविदास नगर का नाम बदलकर भदोही रख दिया गया। उन्होंने सभी से अपील किया कि वो पार्टी के लिए फिर से जुटें और नए लोगों को पार्टी से जोड़कर उनकी बूथों पर जिम्मेदारियां तय करें। इस मौके पर विवेक सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश गौतम, प्रशांत शाह, राजतिलक भारती, संजीव प्रधान, आयुष, उज्ज्वल प्रताप, जितेंद्र मानव, संतोष पाल, विजय शंकर राजभर, आशीष, रमेश प्रजापति, भारत भारती, देवी दयाल आदि रहे।