गाजीपुर : यूपी बोर्ड परीक्षाओ में नकल होने पर नए एक्ट में होगी कार्रवाई, 24 फरवरी से करीब डेढ़ लाख बच्चे देंगे बोर्ड परीक्षा
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गाजीपुर। आगामी दिनों में यूपी बोर्ड द्वारा आयोजित कराई जाने वाली बोर्ड परीक्षा की कुशलता के बाबत जिलाधिकारी आर्यका अखौरी व पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा ने महुआबाग के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज परिसर में बैठक ली। जिसमें हाईस्कूल व इंटर की बोर्ड परीक्षाओं को नकल विहीन व शुचितापूर्ण ढंग से आयोजित कराने को लेकर रणनीति बनाई गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 24 फरवरी से शुरू होकर परीक्षा 12 मार्च तक चलेगी। इस दौरान सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा भेजे गए प्रश्नपत्रों को प्राप्त करने, उन्हें पुलिस अभिरक्षा मे सुरक्षित स्थान पर सीसीटीवी की निगरानी में रखने के साथ ही परीक्षा के पूर्व प्रश्नपत्रों को परीक्षा केन्द्रों पर डबल लॉक वाले स्टील या लोहे की आलमारी में रखा जाये। कहा कि प्रश्नपत्रों को परीक्षा केन्द्र पर पहुंचने पर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा नामित स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केन्द्र व्यवस्थापक एवं वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक की उपस्थिति में ही डबल लॉक वाली आलमारी में रखवाया जाय और डबल लॉक वाली आलमारी मे पेपर सील से बंद किया जाय। जिलाधिकारी ने नामित किये गये सभी जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट, सचल दल, सभी केन्द्र व्यवस्थापक, वाह्य केन्द्र व्यवस्थापकों को 24 फरवरी से दो पॉलियों में होने वाली हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षा को सकुशल एवं नकल विहीन सम्पन्न कराने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि जिले में हाईस्कूल में कुल 67 हजार 348 व इण्टरमीडिएट में कुल 77 हजार 24 परीक्षार्थी यानी कुल 1 लाख 44 हजार 372 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मलित होंगे। बताया कि सकुशल परीक्षा के लिए कुल 196 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें 9 जोनल मजिस्ट्रेट, 32 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 196 स्टेटिक मजिस्ट्रेट, 7 सचल दल, 7 रात्रि कालीन सचल दल, 196 केन्द्र व्यवस्थापक व वाह्य केन्द्र व्यवस्थापक बनाए गए हैं। सभी सभी परीक्षा केन्द्रों पर 1-1 स्टेटिक मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है। वो अपनी पूरी निष्ठा एवं तन्मयता के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए परीक्षा को सम्पन्न कराने मे अपनी भूमिका निभाने के साथ जनपद में नकल होने की परम्परा का तोड़ते हुए पूरी तत्परता के साथ कार्य करेंगे। कहा कि मजिस्ट्रेट परीक्षा केन्द्र का उत्तरदायी होता है। ऐसे में कही से भी चूक होने पर सारी जिम्मेदारी उसी की होगी, ऐसे में इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा के प्रारम्भ से लेकर समाप्ति तक दोनों पॉलियों में पूरा प्रबन्ध सुनिश्चित कर लिया जाये। परीक्षा केन्द्रों पर नकल कितने तरीकों की होती है, इस पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया। साथ ही सभी परीक्षा केन्द्रों पर लाईट, जेनेरेटर, सीसीटीवी, डीजल एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की उपलब्धता पूर्व में निरीक्षण कर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि समस्त उपजिलाधिकारी एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा की समाप्ति के बाद एक घन्टे बाद तक परीक्षा केन्द्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं के सील बंद, मोहर लगने से लेकर निर्धारित स्थान पर जमा कराने तक रहेंगे और पूरी चौकसी बरतेंगे। फ्लाइंग स्क्वाड टीम परीक्षा के प्रारम्भ से समाप्ति तक के समय तक चक्रमण करती रहेगी। निर्देश दिया यदि किसी भी केन्द्र पर नकल होना पाया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध नये एक्ट के तहत कार्यवाही की जायेगी। बताया कि जिला स्तर पर एक कन्ट्रोल रूम की स्थापना सिटी इंटर कॉलेज में की गई है, जिसका नंबर 9532663497 है। कहा कि कन्ट्रोल रूम से ही जनपद में संचालित सभी 196 परीक्षा केन्द्रों की सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी रखी जायेगी। पुलिस अधीक्षक ने किसी भी अप्रिय घटना की आशंका होने पर तत्काल पुलिस बल तथा बनाये गये कन्ट्रोल रूम को सूचित करने का निर्देश दिया। इस मौके पर एडीएम दिनेश कुमार, एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र प्रसाद, डिप्टी कलेक्टर आशुतोष कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक भास्कर मिश्र आदि रहे।