अशुद्ध खानपान के चलते तरक्की के बावजूद दुःखी हैं लोग, शाकाहार से खत्म होता है विकार - पंकज महाराज





खानपुर। क्षेत्र के बहदियां गांव में जयगुरूदेव के शिष्य पंकज महाराज ने सत्संग किया। उनके पहुंचते ही अनुयायियों ने फूल मालाओं के साथ उनका स्वागत किया। इसके बाद महाराज ने सत्संग करते हुए कहा कि सभी जीवों में सौभाग्यशाली एकमात्र मनुष्य को ही सत्संग करने का अवसर मिलता है। सन्त, फकीर, महात्मा इस धरा धाम पर रूहानियत और अमन-शान्ति का संदेश देने के लिये आते हैं। यह मानव शरीर परमात्मा की भक्ति और मानव धर्म के प्रचार के लिये मिला है। इसमें प्रभु के पास जाने का रास्ता है यानि सत्कर्म की व्याख्या है। इस दुनिया में गुरु के मुकाबले कोई नहीं है। सन्त महात्माओं की हस्ती एवं शक्ति का वर्णन नहीं किया जा सकता है। गुरु के मिलने से पहले हम भी देवी-देवता, ईश्वर, ब्रह्म, पारब्रह्म, सत्पुरुष, अगम और अनामी के होते हुये हम करोड़ो युगों तक भवसागर में भटकते रहते हैं। कहा कि आज मनुष्य विषय-विकारों, शराब, कबाब में बहुत अधिक फंस गया है। लोगों की आंखों से मां, बहन, बेटी, बहू की पहचान ओझल होती चली गई है। लोग समाज में पशुवत व्यवहार करने लगे हैं। दुनिया में लोग तरक्की कर लिये हैं फिर भी परेशान और दुखी हैं, जिसका कारण अशुद्ध खानपान है। उन्होंने अच्छे समाज के निर्माण के लिये लोगों से शाकाहार, सदाचार अपनाने एवं मद्यपान जैसे बुद्धिनाशक पदार्थों को छोड़ने की अपील की। इस मौके पर संतोष यादव, मंगला प्रसाद त्रिपाठी, लालजी यादव, उदय यादव, वंशराज यादव आदि रहे।



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