ठगी का नया तरीका, दूर का रिश्तेदार बनकर दुकानदार के सामने ‘भईया-भाभी’ को लगा दिया चूना, जेल जाने से बाल-बाल बचे
खानपुर। क्षेत्र में इन दिनों ठगी का नया तरीका शुरू हो गया। ठग गांव में जा रहे हैं और किसी भी व्यक्ति को अपना दूर का रिश्तेदार बताकर उसके साथ दुकान जा रहे हैं और फिर दुकान से गहने लेकर चंपत हो जा रहे हैं। मामला थानाक्षेत्र के अनौनी का है। क्षेत्र के दरबेपुर निवासिनी ऊषा राजभर पत्नी सुदामा राजभर के घर पर मंगलवार की शाम को अच्छे पहनावे वाला एक युवक करीब साल के बच्चे के साथ पहुंचा और खुद को सुदामा का दूर का रिश्तेदार बताया। जिसके बाद ऊषा ने उसकी खूब खातिरदारी की। इसके बाद उसने ऊषा को बताया कि उसके घर पर शादी पड़ी है और वो उसके लिए गहने खरीदना चाहता है। कोई दुकान जान-पहचान की हो तो बताओ और चलकर गहनों को पसंद भी करा दो। जिसके बाद ऊषा व सुदामा उसके लेकर अनौनी स्थित मंगल सेठ की दुकान पर पहुंचे। वहां ऊषा ने कई गहने निकलवाए। इस बीच उक्त युवक नजर बचाकर सोने की लॉकेट वाला दो मंगलसूत्र उठाया और पान थूकने के बहाने बाहर निकल गया। काफी देर तक जब वो नहीं आया तो दुकानदार ने अपने गहने मिलाए। गहने कम मिले तो ऊषा व सुदामा की हालत खराब हो गई। बाहर देखने पर युवक की बाइक भी नहीं थी। सीसीटीवी में भी सब साफ दिख रहा था। जिसके बाद दुकानदार ने दंपति को दुकान में ही बिठाकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की, जिस पर दंपति ने सच्चाई बता दी। हालांकि दंपति ने कहा कि वो भरपाई कर देंगे। प्रभारी थानाध्यक्ष नज्मुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि फर्जी जालसाज ने मजदूर परिवार को झांसे में लेकर गहना उड़ा दिया, लेकिन दंपति उसे लेकर गए थे। ऐसे में वही भरपाई करेंगे। इधर दुकानदार के पुत्र ने बताया कि उसी दिन वही युवक उसकी सैदपुर स्थित सराफे की दुकान पर भी आया था। लेकिन यहां वो अकेले आया था। यहां भी जेवर निकलवाकर उसने पान थूकने के बहाने बाहर जाना चाहा। लेकिन दुकान में बैठी एक महिला ग्राहक ने जेवर देख लिया और टोक दिया तो उसने जेवर वापस कर दिया और चला गया। बताया कि अब ये महज संयोग था या पिता-पुत्र की दोनों दुकानों की रेकी की थी, इसका पता नहीं चल सका।