तो क्या शिवपाल के बाद मुलायम की छोटी बहू अपर्णा भी चलेंगी भाजपा पथ पर??





बाराबंकी। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की वकालत की है। उन्होंने कहा कि मैं राम के साथ हूं। अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है, वहां राम का मंदिर अवश्य बनना चाहिए। अपर्णा ने चर्चा शिवपाल द्वारा नई पार्टी बनाने पर भी बड़ा बयान दिया। कहा कि शिवपाल के अलग होने से सपा पर असर जरूर पड़ेगा। यदि उन्हें चुनाव का लड़ने का मौका मिला तो अखिलेश या शिवपाल में से वह अपने चाचा व नेताजी मुलायम सिंह यादव को चुनेंगी। अपर्णा यादव गुरुवार को बाराबंकी के देवा शरीफ में थीं। अपर्णा यादव ने कहा कि पारिवारिक खींचतान के चलते 2017 का चुनाव प्रभावित हुआ था और 2019 के चुनाव में भी इसका असर जरूर पड़ेगा। क्योंकि चाचा जी का भी पार्टी को माजबूत करने का योगदान कम नहीं रहा है। पार्टी को उन्होंने भी काफी मेहनत से मजबूत किया था। मगर अभी 2019 में काफी समय है, तो देखिए आगे क्या होता है। अपर्णा यादव ने लोकसभा चुनाव में चाचा शिवपाल का साथ देने का इशारा किया है। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में वह अपने चाचा शिवपाल जी के साथ रहना चाहेंगी। हालांकि, अपर्णा ने शिवपाल के साथ मुलायम सिंह यादव का भी नाम जोड़ कर कहा कि वह बड़ों के साथ ही रहना चाहेंगी। वहीं अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण को लेकर मचे सियासी संग्राम पर अपर्णा यादव ने कहा कि न्यायालय जनवरी में इसकी सुनवाई करेगा। हमें इसका इंतजार करना चाहिए। मैं चाहती हूं कि राम मन्दिर बने। उन्होंने अयोध्या में मस्जिद निर्माण के सवाल को दरकिनार करते हुए कहा कि मैं तो मन्दिर के पक्ष में हूं। क्योंकि रामायण में भी राम जन्मभूमि का उल्लेख अयोध्या में आता है। अयोध्या मुद्दे पर मैं भाजपा के साथ हूं, यह बिल्कुल न समझा जाए, मैं राम के साथ हूं। अपर्णा यादव सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी के साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टिकट दिया। लेकिन इस चुनाव में अपर्णा यादव को हार मिली थी।



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