सभी विधानसभाओं में सैदपुर में बीजेपी रही सबसे पीछे, जखनियां से भी ज्यादा रहा सैदपुर में बढ़त का प्रतिशत





सैदपुर। लोकसभा चुनाव बीते अब एक पखवारा बीतने वाला है। लेकिन चट्टी चौराहों पर अब भी चुनावी समीक्षा व चुनाव के दौरान हुई कमियों को साझा करने का सिलसिला नहीं रूका है। गांव समेत नगर के लोग भी चट्टी चौराहों पर मिलने के दौरान चुनावी बातें करते नजर आ रहे हैं। कोई मनोज सिन्हा की हार पर दुख व्यक्त करता है तो कोई चुनाव के दौरान बीजेपी की गलतियों की बात करता है। लेकिन इतना जरूर है कि विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर गाजीपुर की कुल 7 सीटों में 5 पर जीत हासिल करने वाली बीजेपी व उसकी तत्कालीन सहयोगी पार्टियां अपने ही विधानसभा की सीटें नहीं बचा सकीं। इस दौरान सैदपुर, जखनियां, सदर, जंगीपुर व जमानियां विस में भाजपा ने सिर्फ सदर विस में ही कुछ अंतर से जीत हासिल की थी। इन सभी विधानसभाओं में भाजपा को भले ही जखनियां में सबसे कम वोट मिले हों लेकिन प्रतिशत व अंतर के लिहाज से देखा जाए तो सैदपुर विधानसभा में गठबंधन ने भाजपा को करारी शिकस्त दी थी। जखनियां में कुल पड़े 2 लाख 46 हजार 254 वोटों में से अफजाल अंसारी को कुल 131268 वोट मिले वहीं मनोज सिन्हा को 87427 वोट मिले। जखनियां में अफजाल अंसारी 43 हजार 842 मतों से आगे रहे। वहीं सैदपुर विधानसभा में जखनियां से कुल 28 हजार 458 वोट कम पड़े इसके बावजूद सैदपुर में गठबंधन ने 38 हजार 582 मतों से भाजपा को सैदपुर में शिकस्त दी। सैदपुर में पड़े कुल 2 लाख 17 हजार 796 मतों में से अफजाल अंसारी को 1 लाख 18 हजार 630 व मनोज सिन्हा को 80 हजार 48 मत मिले। जखनियां व सैदपुर में कुल मतों का अंतर देखा जाए तो वो करीब 28 हजार का है लेकिन दोनों जगहों पर जीत का अंतर महज 5 से साढ़े 5 हजार का है। वहीं सदर में कुल 2 लाख 10 हजार 598 मतों में अफजाल अंसारी ने 98 हजार 96 वोट व मनोज सिन्हा ने उनसे सिर्फ 4 हजार 309 वोट ज्यादा मत पाए। इसी लिहाज से जंगीपुर में कुल 2 लाख 12 हजार 789 मतों में अफजाल अंसारी ने 1 लाख 12 हजार 119 व मनोज सिन्हा ने उनसे 30 हजार 151 मतों से पीछे रहकर 81 हजार 968 वोट हासिल किए। इसी तरह से जमानियां में भी कुल 2 लाख 12 हजार 453 मतों में अफजाल अंसारी ने 1 लाख 4 हजार 31 वोट पाए। वहीं मनोज सिन्हा ने 91 हजार 340 वोट पाए। जमानियां में भी मनोज सिन्हा 12 हजार 691 मतों से पीछे रहे। सभी विधानसभाओं में गठबंधन ने सैदपुर विधानसभा में सबसे ज्यादा अंतर से जीत हासिल किया इसके अलावा सभी 5 विधानसभाओं में से सबसे कम वोट बीजेपी को सैदपुर में ही मिला और इसका पूरा श्रेय क्षेत्रीय विधायक सुभाष पासी को जाता है। जिस तरह से विधायक ने सपा के साथ ही बसपा के वोटरों को साधा उससे ये साफ लगता है अब ये वोटर सुभाष पासी के साथ हैं। हैरत की बात ये है कि चुनाव प्रचार के दौरान सैदपुर में सबसे ज्यादा सपा के वोटर ही प्रचार करते हुए दिख रहे थे। प्रचार के दौरान बसपा कार्यकर्ताओं की संख्या काफी कम थी।



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