अपनी उम्र से ज्यादा उम्र में जीती है हाईस्कूल की जिला टॉपर, भीड़ देख डबडबा गई थी आंखें



राहुल सिंह की खास खबर



मरदह। यूपी बोर्ड की परीक्षा का परिणाम आने के बाद हाईस्कूल की परीक्षा में गाजीपुर में टॉप करने वाली मरदह के बिजौरा की छात्रा नेहा चौहान को बधाईयां देने वालों का सिलसिला नहीं रूक रहा। शनिवार को परिणाम आने के बाद रविवार को भी पूरे दिन बधाईयां देने वालों का तांता लगा रहा। गौरतलब है कि हरिकरनपुर बिजौरा स्थित मां देईया इंटर कालेज की छात्रा नेहा चौहान ने हाईस्कूल की परीक्षा में 94.16 प्रतिशत अंक पाकर पूरे जिले में टॉप किया है। उसकी इस सफलता पर प्रधानाचार्य रामविलास सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वो शुरू से ही मेधावी थी। स्कूल में सभी शिक्षकों की लाडली नेहा हर विषयों की माहिर थी। पूछने पर नेहा ने इसका श्रेय परिजनों व गुरूजनों को देते हुए कहा कि वो बड़ी होकर डॉक्टर बनकर लोगों का उपचार करना चाहती है। नेहा के घर जाने पर पता चला कि महज 15 वर्ष की नेहा अपनी उम्र से काफी विकसित उम्र में जीती है। वजह है परिवार की आर्थिक स्थिति का ठीक न होगा। मूलतः मऊ के रानीपुर स्थित कलौरा के सेमरी निवासिनी नेता के पिता श्यामा चौहान फर्नीचर मिस्त्री का काम करते हैं और अपनी बेटी की पढ़ने के प्रति ललक देखकर उसे बचपन में ही उसके भाई रितेश संग उसे उसके नखतपुर स्थित नाना सुरेश चौहान के घर भेज दिए ताकि उसकी शिक्षा दीक्षा बाधित न हो सके। छोटी सी उम्र में बेटी ने भी पिता के मंसूबों को बखूबी समझा और गाजीपुर में टॉप कर उनका सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। शनिवार को नातिन के जिला टॉप करने के बाद जब सुरेश चौहान के घर लोगों का और मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगने लगा तो उन्होंने भी नातिन को खूब शाबासी दी। नेहा ने बताया कि उसके उसकी नानी प्रभावती देवी ने पढ़ाई करने के सही तरीकों के बारे में बताया। वो पढ़ाई के साथ घर के काम में भी हाथ बंटाती है। नेहा अपने घर से करीब ढाई किमी दूर स्थित विद्यालय रोजाना पैदल जाती थी। जब उसके घर लोगों का जमावड़ा लगा और खूब बधाईयां मिली तो उसकी भी आंखें भर आई।



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