मानव एकता दिवस के रूप में मनी लोगों को एकता के सूत्र में पिरोने वाले बाबा गुरूबचन की पुण्यतिथि
बहरियाबाद। स्थानीय संत निरंकारी सत्संग भवन पर बुधवार को निरंकारी बाबा गुरूबचन सिंह महाराज जी का 39वां बलिदान दिवस मानव एकता दिवस के रूप में मनाया गया। संत जयराम सिंह ने कहा कि निरंकारी बाबा गुरूबचन सिंह जी महाराज का सम्पूर्ण जीवन मानवता के लिए समर्पित रहा। उन्होंने जीवन के एक-एक लम्हे एवं जिस्म के एक-एक कतरे को मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए समर्पित कर दिया। वास्तव में वो मानवता के मसीहा थे। बाबा गुरूबचन जी ने जीवनपर्यन्त विभिन्न जाति-धर्मों, सभ्यताओं, संस्कृतियों, मान्यताओं व विचारधाराओं के लोगों को एकता के सूत्र में आबद्ध कर मानवता का गुलदस्ता सजाने का प्रयास करते रहे और इसमें वो सफल भी हुए लेकिन मानवता के कुछ हत्यारों को ये सहन नहीं हुआ और उन्होंने उन्हें हमसे छीन लिया। इसके पूर्व इसके कार्यक्रम का शुभारम्भ सम्पूर्ण अवतार वाणी एवं सम्पूर्ण हरदेव वाणी के काव्य पाठ से हुआ। इस मौके पर अनिरुद्ध कुशवाहा, मोती यादव, डॉ. प्रेम सहाय, डा केके सिंह, दयाशंकर, चन्द्रजीत चौहान, रामचंद्र चौहान, श्यामलाल गुप्ता, गामा कन्नौजिया, राजू, श्यामप्यारी सिंह, नमिता श्रीवास्तव, घूरन प्रसाद आदि मौजूद थे। संचालन ब्रांच प्रमुख अमित सहाय ने किया। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर लंगर, प्याऊ, जोड़ी, साइकिल स्टैंड आदि की भी व्यवस्था रही।