सैदपुर : पीएम मोदी से महज 50 किमी दूर माहपुर में घण्टों हुआ प्रदर्शन, पटरी पर बड़ा पिलर रखकर घंटों रोक दी गयी ट्रेन, प्रशासन में हड़कम्प
सैदपुर। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अंबेडकर आजाद पार्टी के अध्यक्ष रोहित कुमार बादल के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं व पुरुषों ने माहपुर में उग्र प्रदर्शन किया और पटरियों पर रेलवे द्वारा उपयोग में लिए जाने वाले लोहे के बहुत बड़े पिलर को रखकर व उस पर बैठकर ट्रेन को रोक दिया। जिससे ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया। घण्टों तक चले प्रदर्शन के बाद तहसीलदार व सीओ ने काफी समझाया बुझाया और रेलवे के बड़े अधिकारियों द्वारा फोन पर बात करके मांगों पर सकारात्मक कदम उठाने का भरोसा दिया, तब जाकर करीब 4 घण्टे बाद प्रदर्शन खत्म हुआ। इसके बाद सभी नगाड़े बजाते हुए चले गए। माहपुर में बने रेलवे स्टेशन को कुछ समय पूर्व सुंदरीकरण व उच्चीकृत कराया गया लेकिन अचानक उससे स्टेशन का दर्जा छीनकर उसे हाल्ट का दर्जा दे दिया गया। जिसके कारण वहां ट्रेनों का रुकना बेहद कम हो गया। उसे पुनः रेलवे स्टेशन का दर्जा दिलाने के साथ ही स्टेशन के पास स्थायी रूप से बन्द किये रेलवे फाटक को पुनः खोलने के लिए रोहित कुमार बादल के नेतृत्व में ग्रामीण मांग कर रहे हैं और पूर्व में भी कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। इस बीच रविवार को पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार रोहित के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष माहपुर में जुट गए और पटरी पर ही प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान कई थानों की पुलिस सहित आरपीएफ व जीआरपी भी पहुंच गई। लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थे। उनकी काफी संख्या देखकर जवान भी बलप्रयोग नहीं कर सके। इधर भीड़ उग्र होने लगी और उसने लोहे के करीब 15 फुट लम्बे पिलर को उठाकर पटरियों पर रखकर उस पर बैठ गए और कृषक एक्सप्रेस को करीब एक घंटे तक के लिए रोक दिया। ये देखकर रेलवे ने अन्य ट्रेनों को माहपुर के पहले ही रोक दिया गया। इधर ट्रेन के काफी देर तक रुकने के बाद ट्रेन में मौजूद यात्री भूख प्यास व गर्मी से बिलबिलाने लगे। मौके पर पहुंचे तहसीलदार देवेंद्र यादव, नायब तहसीलदार विजयकांत पांडेय, क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार ने भी उन्हें समझाने का प्रयास किया। इधर भीड़ में धक्कामुक्की के चलते रोहित समेत कुछ लोगों को चोटें भी आईं। इधर औड़िहार के अधीक्षक आरआर पटेल मौके पर पहुंचे और उनसे प्रदर्शन खत्म करने को कहा। इसके बाद उनकी रेलवे के उच्चाधिकारियों से वार्ता कराई। फोन पर आश्वासन मिला कि हाल्ट से पुनः रेलवे स्टेशन का दर्जा बहाल करने के लिए मंत्रालय तक बात की जाएगी। साथ ही उनकी मांगों के अनुसार माहपुर में विभिन्न ट्रेनों के ठहराव पर कहा कि इस पर एक माह के अंदर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। वहीं बन्द पड़े रेलवे फाटक को खुलवाने की मांग पर भी जल्द ही निर्णय लेने का आश्वासन दिया। इसके बाद उन्होंने अधीक्षक आरआर पटेल को मांगपत्र सौंपा। इसके बाद दोपहर 2 बजे प्रदर्शन खत्म हुआ तो सभी ने राहत की सांस ली। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यहां से महज 40 किलोमीटर दूर पड़ोसी जिले वाराणसी में मौजूद होने के बीच इस तरह के बड़े प्रदर्शन को लेकर प्रशासन हलकान हो गया था। प्रदर्शन कर रहे लोगों द्वारा बातें न सुने जाने पर कई बार तो सीओ व तहसीलदार भी नाराज होते दिखे। वहीं प्रदर्शन के संयोजक रोहित बादल ने कहा कि बड़े अधिकारी ने फोन पर आश्वासन दिया है तो हमें पूरा विश्वास है कि अब फिर से माहपुर के दिन बहुर जाएंगे। सुरक्षा के लिए सादात सहित सैदपुर व बहरियाबाद की पुलिस मौजूद रही। वहीं धरने में शिवपूजन, अंकित, राकेश, अश्वनी, हरिकिशन, दिवाकर चौहान, गुड़िया देवी, सुभावती देवी आदि रहे।