सिधौना: रेलवे के नियमों से भी सस्ती निकली महिला ग्राम प्रधान की जान, काफी देर तक रेलवे क्रॉसिंग बंद रहने के चलते नाहक चली गई जान





सिधौना। खानपुर क्षेत्र के ताजपुर मोलना गांव की महिला प्रधान की जान रेलवे के नियमों से भी सस्ती हो गई और नाहक की उनकी जान चली गई। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। ताजपुर मोलना गांव की 45 वर्षीय अनीता देवी पत्नी पप्पू राम पहली बार गांव की प्रधान बनी थी और उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें डीएम ने बीते दिनों सम्मानित भी किया था। रविवार को उन्हें सांस लेने में समस्या होने लगी और हालत बिगड़ गई तो परिजन उन्हें लेकर ददरा मोड़ स्थित एक चिकित्सक के यहां पहुंचे तो उन्होंने उपचार करते हुए उन्हें ऑक्सीजन सिलिंडर लगा दिया और कहा कि इसमें थोड़ा कम ऑक्सीजन है लेकिन वाराणसी तक पहुंच जाएंगी। जिसके बाद परिजन महिला ग्राम प्रधान को वाहन से लेकर वाराणसी के लिए चले लेकिन रास्ते में बिहारीगंज डगरा पर रेलवे क्रॉसिंग बंद हो गई। जिस पर परिजनों ने गेटमैन को समस्या बनाकर फाटक को खोलने की गुहार लगाई। जिस पर गेटमैन ने स्टेशन मास्टर से बात किया और परिजनों से कराया तो स्टेशन मास्टर ने रेलवे के नियमों का हवाला देकर गेट को खोलने से मना कर दिया। बताया कि मालगाड़ी काफी लंबी होती है, ऐसे में लोगों की सुरक्षा के लिए गेट को बंद करना पड़ता है। अगर ट्रेेन गेट खुलने के दौरान आ गई तो स्थिति गंभीर हो सकती है। इधर काफी देर तक गेट बंद रहने के चलते सिलिंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई और महिला ग्राम प्रधान ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। वो अपने पीछे 2 पुत्र व 1 पुत्री सहित पूरा परिवार छोड़ गई हैं।



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