परिषदीय स्कूलों की परीक्षा में मिल रही भारी कमियां, अध्यापकों का रवैया भी हुआ लापरवाह





मरदह। क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में चल रहे परीक्षा के दौरान शनिवार को अंग्रेजी की परीक्षा के दौरान कई कमियों के साथ ही अध्यापकों की लापरवाही देखने को मिली और शासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। एक तरफ प्रदेश सरकार द्वारा सभी विद्यालय की कायाकल्प कर उनकी रंगाई पुताई, साफ सफाई के साथ ही शिक्षण कार्य को दुरूस्त किये जाने का फरमान जारी किया गया है। बच्चों को बैठने के लिए मैट, टेबल, बेंच आदि की व्यवस्था की जा रही है लेकिन क्षेत्र के कुछ विद्यालयों की स्थिति इससे बिल्कुल उलट है। क्षेत्र के जमीरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में परीक्षा में भारी अनियमितता व लापरवाही देखने को मिल रही है जिसका खामियाजा नन्हे मुन्ने बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। बच्चे टाटपट्टी पर बैठकर परीक्षा देने को विवश है। पंजीकृत 39 बच्चों में मौके पर मात्र 14 उपस्थित रहे। वो भी परीक्षा के दौरान एक ही स्थान पर बैठकर परीक्षा देते हुए मिले। जिससे शिक्षा व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। विद्यालय पर तैनात तीन अध्यापकों में दो मौजूद रहे। एक सहायक अध्यापिका अनुपस्थित रहीं। इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय ताहिरपुर बरेंदा में पंजीकृत कुल 101 छात्र छात्राओं में 60 उपस्थित रहे। वहीं सहायक अध्यापिका शशि किरण मौजूद रहीं। एक अध्यापक व प्रधानाध्यापिका अनुपस्थित रहे। प्राथमिक विद्यालय बीरबलपुर में पंजीकृत 40 छात्र छात्राओं में 24 उपस्थित रहे। वो भी टूटे फूटे फर्श पर बिछी टाटपट्टी पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे। क्षेत्र के विद्यालयों में अध्यापकों की अनुपस्थिति अब गंभीर समस्या बन रही है। इसी कारण परीक्षाओं के दौरान भी कोई ना कोई बहाना बनाकर वो विद्यालय से गायब हो जा रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की तरफ किसी अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई भी नहीं की जा रही। लोगों का का आरोप है कि ऐसे शिक्षक जो खंड शिक्षा अधिकारी के चहेते हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।



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