सिधौना में आधुनिक चोरों ने पुलिस को दिखाया आईना, पुलिस चौकी के सामने से पत्रकार के घर से उड़ा दिए लाखों का माल





खानपुर। आमतौर पर लोगों के गहरी नींद की तुलना कुंभकर्ण से की जाती है लेकिन सिधौना में ऐसा लगता है कि पुलिस की नींद अब कुंभकर्ण से भी ज्यादा गहरी होने लगी है। ऐसा इसलिए है कि क्योंकि सिधौना में बीते कई वर्षों से चल रहे चोरी के सिलसिले को रोकना तो दूर पुलिस आज तक इक्के दुक्के के अलावा एक भी मामले का खुलासा तक नहीं कर पाई है। पुलिस की इसी नींद का लाभ उठाते हुए बुधवार की रात चोरों ने सिधौना चौकी से कुछ ही दूरी पर स्थित पत्रकार के मकान समेत 3 मकानों में परिजनों को बंधक बनाते हुए ताला तोड़कर लाखों की चोरी कर ली। इसके अलावा एक मकान में तो वृद्ध को जान से मारने की धमकी भी दी। हैरत की बात ये है कि घटना की सूचना कुछ ही मिनटों में मिलने पर पहुंचने के बाद भी मौके से चोर फरार होने में सफल हो गए। लगातार हो रही चोरियों से आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन की कोशिश की लेकिन पुलिस द्वारा दो दिनों की मोहलत मांगने पर वो शांत हो गए। खानपुर थानाक्षेत्र के सिधौना बाजार में बीते कुछ माह में लगातार चोरियां हुई हैं। यहां तक कि एक बार चोरी का विरोध करने पर चोरों ने शराब की दुकान का जबरदस्ती शटर उठाकर सेल्समैन को गोली मार दी थी। इस बीच बुधवार की रात में चोरों ने तीन मकानों का ताला चटकाया। दो से ज्यादा की संख्या में मौजूद चोरों ने टीम बनाकर चोरी की। एक साथ वो सिधौना स्थित कमलेश यादव के बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान के साथ ही वहां से वो कुछ दूर स्थित दयाशंकर मिश्र के मकान व पत्रकार बिंदेश्वरी सिंह के मकान पर पहुंचे थे। पत्रकार के आवास पर पीछे के रास्ते पहुंचकर चोरों ने पहले 4 दरवाजों को तोड़ा और जिन कमरों में परिजन सोए थे उसे बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद आराम से आलमारी, चार सूटकेस व बड़े बक्से को तोड़कर उसमें रखे 30 हजार रूपए नकद व सोने के दो झुमके, तीन नथुनी, दो अंगूठी, दो कान की बाली, एक चेन, चांदी की प्लेट, कटोरी आदि को एक सूटकेस में डालकर उड़ा दिया। इसके बाद जाने के दौरान गृहस्वामिनी भागवंती ने एक चोर को देखा तो शोर मचाया। जिसके बाद वो भागने लगे। बिंदेश्वरी सिंह ने पुलिस को सूचना दी तो मौके पर पुलिस समेत चौकी इंचार्ज पहुंचे लेकिन चोर फरार होने में सफल हो गए। बिंदेश्वरी सिंह ने बताया कि घटना के दौरान वहां से काफी तेज रफ्तार में एक ट्रक गुजरा जिसमें हड़बड़ाए करीब 6 युवक बैठे हुए थे। पीड़ित ने बताया कि मेरे यहां चोरी करने के दौरान ही संभवतः उसी समय अन्य चोर कमलेश यादव दयाशंकर मिश्र के यहां भी चोरी कर रहे थे। कमलेश यादव के यहां चोरों ने सीसीटीवी कैमरा आदि तोड़कर फेंक दिया और डीवीआर उठा ले गए। इसके पश्चात दुकान में रखे करीब 8 हजार की नकदी समेत कुछ सामानों की चोरी कर ली। वहीं दयाशंकर मिश्र के यहां गृहस्वामी द्वारा विरोध करने पर उन्हें पुलिस को सूचना देने पर जान से मारने की धमकी दी। इस बीच बिंदेश्वरी सिंह द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद सभी चोर मौके से फरार हो गए। कुछ ही दिनों में फिर से चोरी की सूचना मिलते ही आक्रोशित ग्रामीण जुटने लगे। बाद में अधीक्षक डा. यशवीर सिंह के निर्देश पर मामले में सुराग ढूंढने के लिए तकनीकी टीम बीटीएस वहां पहुंची और वहां से आवश्यक डेटा लेने के बाद लखनऊ रवाना हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों से पुलिस ने 2 दिनों का समय मांगा और चोरी का खुलासा करने का भरोसा दिया। पत्रकार की मां ने बताया कि उनके घर में सिर्फ दो चोर घुसे थे। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि इसके पूर्व में दर्जनों बड़ी चोरियां हो चुकी हैं लेकिन पुलिस कभी उनका खुलासा नहीं कर पाई। कमलेश यादव के ही दुकान में ही कुछ दिनों पूर्व चोरी हुई थी।



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