परिवार परामर्श केंद्र में आठ परिवारों की हुई विदाई
गाजीपुर। परिवार परामर्श केंद्र, गाजीपुर द्वारा पुलिस लाइन परिसर में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत कुमार चौधरी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान कुल 11 पारिवारिक वाद सुनवाई के लिए आए। इनमें रेनू पत्नी राजकमल प्रजापति, निवासी रेलवे स्टेशन रोड, गाजीपुर की शिकायत थी कि उसके पति का अवैध संबंध उसकी पड़ोसन से है। इसका विरोध करने पर पति उसके साथ मार-पीट करते हैं। इस पर पति को समझाकर परिवार की विदाई कराई गई। एक अन्य मामले में सरिता पत्नी अखिलेश राजभर, निवासी अकबरपुर, बहरियाबाद की शिकायत थी कि उसके पति उसकी तबीयत खराब होने के बावजूद भी उसका इलाज नहीं करवाते हैं। इस पर पति को समझा कर विदाई कराई गई। रीना देवी पत्नी विमल कुमार, निवासी परसोतिया, शादियाबाद की शिकायत थी कि उसके मायके पक्ष के लोगों ने अपने सामर्थ्य के अनुसार दान-दहेज दिया था, फिर भी ससुराल पक्ष के लोग संतुष्ट नहीं थे। जिसके कारण हमेशा विवाद होता रहता है। इस पर पति को समझा कर विदाई कराई गई। पूजा पत्नी जितेश शर्मा, निवासी कोदई, मरदह की शिकायत थी कि उसके पति दहेज के लिए उसके साथ मार-पीट करते रहते हैं। इस पर पति को समझा कर विदाई कराई गई। निधि पत्नी शिवम उपाध्याय, निवासी पीरनगर, थाना कोतवाली गाजीपुर की शिकायत थी कि उसके पति उसके साथ हमेशा मार-पीट करते रहते हैं, जिस कारण परिवार में हमेशा कलह बनी रहती है। इस पर पति को समझा कर विदाई कराई गई। दीपा पत्नी जयप्रकाश, निवासी सीताराम थाना कोतवाली गाजीपुर की शिकायत थी कि उसके पति शराब पीकर उसके साथ मार-पीट करते हैं। इस पर पति को समझा कर विदाई कराई गई। सुमन पत्नी रामबचन, निवासी लखीमपुर, कठवामोड़, नोनहरा की शिकायत थी कि उसके पति का नाजायज संबंध उसके भाभी से है। इस पर पति और भाभी को समझाकर विदाई कराई गई। सीमा पत्नी कृष्णानंद यादव, निवासी देवल, गहमर की शिकायत थी कि उसके पति पड़ोसी के कहने पर उसके साथ मार-पीट करते हैं। इस पर पति को समझा कर विदाई कराई गई। इस दौरान पारिवारिक विवाद कुशलता के बाद बंद कर दिए गए। जबकि एक पारिवारिक विवाद में कोई भी पक्ष उपस्थित नहीं था। इन सभी विवादों के निस्तारण में विक्रमादित्य मिश्र, सरिता गुप्ता, सोनिया सिंह, वीरेंद्र नाथ राम, सीओ विनीता पहल, उपनिरीक्षक शशिधर मिश्रा, महिला मुख्य आरक्षी सुनीता गिरी, महिला आरक्षी रोली सिंह, रागीनी चौबे, महिला होमगार्ड शैलेश सिंह, प्रांतीय रक्षक दल की कमला शर्मा इत्यादि लोग प्रमुख थे। अंत में परिवार परामर्श के पूर्व सदस्य व गाजीपुर के गौरव सरदार दर्शन सिंह, जो जनपद के विभिन्न संस्थाओं एवं सरोकारों से आजीवन जुटे रहे और जनपद में लगभग 50 वर्षों से सामाजिक सेवा-कार्यों में सक्रिय रूप से जुड़े रहे, उनके असामयिक निधन पर उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करते हुए 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।