बकुलियापुर समेत कई विद्यालयों में मना बाल दिवस, शिक्षा संग खेल पर भी दिया जोर





गाजीपुर। बाल दिवस के अवसर पर बुधवार को विभिन्न विद्यालयों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि बच्चों के प्रति उनकी महत्ता व प्रेम के कारण उन्हें चाचा नेहरू की उपाधि दी गई थी। इसलिए बाल दिवस प्रति वर्ष देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। इसी क्रम में बकुलियापुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय पर प्रधानाध्यापिका गायत्री सिंह ने कहा कि बच्चों को बचपन से ही अच्छी शिक्षा मिले। साथ ही उन्हें खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने का अवसर उपलब्ध हो। जिससे कि बच्चे पढ़ाई के साथ खेल क्षेत्र में भी कैरियर बना सके। कहा कि खेल में भी बच्चों को अपना भविष्य चुनने का विकल्प अभिभावकों द्वारा मिलना चाहिए। कहा कि बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए कुछ न कुछ कार्यक्रम का आयोजन करना स्कूलों में आवश्यक है। शिक्षिका शालिनी सिंह ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उन सब में विजेता बनने के अनेक गुण मौजूद हैं लेकिन इसके पहले उन्हें अपने ऊपर लगे नाकामी के आवरण को उतार फेंकना होगा। इसके बाद तो सफलता कदम चूमेगी। कहा कि उनके जैसी मासूम प्रतिभाएं ही पूरे जनपद को कई बार गौरवान्वित कर चुकी हैं। इसके पश्चात बच्चों को पुरस्कार वितरित किए गए। इस मौके पर मंजू सिंह, हेमलता, निगार, मुदिता आदि मौजूद थे। वहीं देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी धूम रही। विद्यालयों व कोचिंग संस्थाओं में जयंती धूमधाम से मनाई गई। कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, तो कहीं पर बच्चों ने स्टाल लगाकर अपने हुनर को दर्शाया।



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