दशकों से चर्चित रहे भूमि-विवाद को तहसील और राजस्वकर्मियों ने सुलझाया, पक्षकारों में हर्ष
गाजीपुर। थाना कोतवाली क्षेत्र के फुल्लनपुर रेलवे क्रॉसिंग पर स्थित जमीन का दशकों से चल रहा बहुचर्चित भूमि-विवाद तहसील और राजस्वकर्मियों की सूझबूझ एवं आपसी समझौते के आधार पर निस्तारित करा दिया गया। उक्त मामले के सुखद निस्तारण में धीरेंद्र कुमार सिंह (लेखपाल, रजदेपुर देहाती), शिवाजी सिंह (लेखपाल, गोंडा देहाती) और सत्यप्रकाश (पूर्व लेखपाल, गोंडा देहाती) के अतिरिक्त सत्यदेव वर्मा (पूर्व लेखपाल, गोंडा देहाती) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। बता दें कि गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन के निकट फुल्लनपुर रेलवे क्रॉसिंग स्थित गोंडा देहाती के आराजी नंबर 110, 111 और 112 की जमीन पर माफिया मुख्तार अंसारी गिरोह का सक्रिय सदस्य रहा बाहुबली कमलेश सिंह, जिसकी अब मौत हो चुकी है, ने लम्बे समय से कब्जा कर रखा था। उक्त जमीन के कुछ भाग की एडवोकेट संजय यादव, अनिल कुमार उपाध्याय, अवधेश यादव, सुमन सिंह, संजय सिंह इत्यादि लोगों ने रजिस्ट्री कराई थी। परन्तु बाहुबली कमलेश द्वारा इन लोगों को अपनी जमीन पर कब्जा दाखिल करने और किसी भी प्रकार के निर्माण से दबंगई के साथ रोका जाता रहा। पीड़ितों ने मामले को लेकर दीवानी, फौजदारी और राजस्व न्यायालय में दर्जनों मुकदमे कर रखे थे। इस दौरान गोली चलने और हत्या के प्रयास का मुकदमा भी दर्ज कराया गया था, जिसमें कमलेश सिंह कई बार जेल भी गया था। लगभग 5 वर्ष पूर्व कमलेश की मौत हो जाने के बाद कुछ समय तक उसकी पत्नी उषा सिंह और पुत्र कुलदीप सिंह भी मुकदमे की पैरवी करते रहे। परन्तु संबंधित न्यायालय द्वारा निस्तारण न हो पाने के बाद पीड़ितों द्वारा नये सिरे से मामला राजस्व न्यायालय में ले जाया गया। उस दौरान स्थानीय लेखपाल शिवाजी सिंह को मामले के निपटारे की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने लेखपाल धीरेंद्र सिंह, लेखपाल सत्यदेव वर्मा एवं सत्यप्रकाश के साथ मिलकर दोनों पक्षों के साथ लगातार चार महीने तक बातचीत कर इस बहुचर्चित भूमि-विवाद का निस्तारण कर सभी पक्षकारों को उनके वैध भू-भाग पर कब्जा दाखिल करा दिया। मामले का इस प्रकार समाधान निकल जाने के बाद सभी पक्षकारों ने एक-दूसरे को मिठाइयाँ खिलाकर हर्ष व्यक्त किया और भविष्य में विवादों से दूर रहकर एक-दूसरे के प्रति सहयोगात्मक रहने की बात कही।