साइबर अपराधियों ने ढूंढा रूपए उड़ाने का नया तरीका, घटना किसी और की और फंसेंगे ‘आप’, जानें - कैसे
विंध्येश्वरी सिंह की खास खबर
खानपुर। साइबर अपराधी अब तक चोरी छिपे एटीएम कार्डों की चोरी या पिन पूछकर रूपयों की हेराफेरी करते थे लेकिन अब उन्होंने नया हथकंडा अपना लिया है। अब वो पहले किसी के खाते तक अपनी पहुंच बनाते हैं और फिर दूसरे के खाते से रूपया ट्रांसफर कर उसमें से रूपए निकाल लेते हैं। ताजा मामला थानाक्षेत्र के रामपुर से आया है। जहां के एक व्यक्ति मूलचंद गुप्ता के एटीएम की क्लोनिंग कर साइबर अपराधियों ने पहले उसके खाते तक पहुंच बनाकर उसका हजारों रूपया उड़ाया और अब दूसरों के खाते से उसके खाते में रूपए भेजकर वो रूपए भी उड़ा दिए। जिनके खातों से रूपया भेजा गया वो मूलचंद को पकड़ रहे हैं। रामपुर निवासी मूलचंद गुप्ता बीते 11 जून को सैदपुर स्थित ललिता कॉम्प्लेक्स स्थित एटीएम से 5 हजार रूपए निकाले। इस दौरान कुछ अज्ञात युवकों ने मदद के बहाने संभवतः उनके कार्ड की क्लोनिंग कर ली। जिसके बाद उसी दिन उनके खाते से 23 हजार रूपए उसी एटीएम से निकाल लिए गए। अगले दिन किसी गुमनाम व्यक्ति ने फोन कर कहा कि उसने गलती से रूपए निकाल लिए थे और ये कहकर रूपए वापस भेजने के नाम पर उनका खाता नंबर व पता ले लिया। इसके बाद उनके खाते में 12 जून को बेलापुर के किसी भालचंद्र के खाते से 21 हजार रूपया ट्रांसफर हुआ और उसी दिन शाम को अंबेडकर नगर के पूर्वी चौराहे के एटीएम से फिर से सारा रूपया निकाल लिया गया। इसकी शिकायत उन्होंने सिधौना के एसबीआई शाखा प्रबंधक संजीव कुमार से भी की। इसके बाद 28 जून को फिर से उनके खाते में करंडा के पचारे निवासी लालजी यादव के खाते से 40 हजार रूपए ट्रांसफर किए गए और कुछ ही घंटों में आजमगढ़ के मेहनाजपुर से सारे रूपए निकाल लिए गए। अगले दिन 29 जून को लालजी यादव अपने लोगों के साथ मूलचंद के घर पहुंचे और उसे ही आरोपी बताते हुए उठाकर अपने साथ लेते गए और अपने रूपए मांगते हुए कहा कि रूपए मेरे खाते से तुम्हारे खाते में आए हैं तो रूपए तो तुम्हें ही देने होंगे। इस बाबत पीड़ित ने कई बार सिधौना चौकी व खानपुर थाने पर शिकायत की तो पुलिस ने तहरीर तो ले ली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करती दिख रही है। इस बाबत मूलचंद ने बताया कि उसे दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। उसके खाते से रूपए गायब हुए और अब उस पर इस तरह का आरोप लग रहा है।