फिर से बढ़ने लगी ईसाई मिशनरियों की सक्रियता, धर्मांतरण कराने के लिए देने लगे प्रलोभन



बिंदेश्वरी सिंह की खास खबर



खानपुर। थानाक्षेत्र के विभिन्न गांवां में एक बार फिर से ईसाई मिशनरियों की सक्रियता बढ़ने लगी है। जिसके चलते लोगों द्वारा एक बार फिर से उनके द्वारा धर्मांतरण कराए जाने की आशंका जताई जा रही है। नवंबर 2018 में मीडिया द्वारा किए गए धर्मांतरण कराने के खुलासे के बाद प्रशासन की बढ़ती सक्रियता व उनकी कार्रवाई के बाद मिशनरी व उनके धर्मांतरण कराने वाले गुर्गे भूमिगत हो गए थे। उनकी सक्रियता रूकी देख सभी को लग रहा था कि अब सब कुछ हमेशा के लिए बंद हो गया। लेकिन बीते 20 दिनों से क्षेत्र में एक बार फिर से पास्टर और मिशनरियों की सक्रियता बढ़ गई है और वो फिर से अपना जाल फेंककर अमेहता निवासी भोले भाले वनवासियों को फंसाना शुरू कर दिए हैं। अमेहता के रामजी, मटरू, खैरा और बारीगांव के बंशी मुसहर को एक ईसाई प्रचारक द्वारा प्रलोभन दिया गया जिसके बाद वो ईसाई धर्म स्वीकार करने को राजी हो गए। रामजी ने बताया कि उसे एक टीशर्ट के साथ ही अपने घर में ईसा प्रार्थना सभा कराने के लिए करीब 40 हजार रूपए भी मिले। बताया कि पास्टर ने स्थान बदलने के बाद हमारे घर का चयन प्रार्थना सभा के लिए किया और लोगों में बांटने के लिए कुछ लॉकेट व दवाएं भी दिया। वहीं इस बात की जानकारी होने पर हिंदु युवा वाहिनी के ब्लाक संयोजक शिवप्रकाश मिश्र ने कहा कि वनवासी समाज हिंदुओं का अभिन्न अंग है। अगर उन्हें हमसे दूर करने अथवा प्रलोभन देकर धर्मांतरण करने की साजिश की तो हम ऐसा करने वालों को बख्शेंगे नहीं।



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