6 साल की मासूम उम्र में मां को जलकर मरते देखा तो अब खुद उठा लिया वैसा ही कदम





खानपुर। थानाक्षेत्र के नेवादा गांव में विक्षिप्त महिला ने अपने ही घर में आग लगा लिया। जिसके बाद परिजन उसे लेकर वाराणसी पहुंचे जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। नेवादा निवासी आनंद शुक्ला का विवाह करीब 10 वर्ष पूर्व चौबेपुर के राजेंद्र चौबे की पुत्री पुष्पांजलि से हुआ था। परिजनों के अनुसार पुष्पांजलि की मां मीरा देवी ने खुद को तब आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी जब पुष्पांजलि महज 6 वर्ष की थी। उस घटना को पुष्पांजलि ने अपनी आंखों से देखा था। जिसके बाद से ही उसकी मानसिक स्थिति खराब रहने लगी। इसके बाद आए दिन वो घर में तोड़फोड़ करने के साथ ही पड़ोसियों से मारपीट कर लेती थी। आनंद के पिता सुभाष ने बताया कि बहू की बीमारी को छिपाकर ससुरालियों ने उसकी शादी की थी इसके बावजूद उन्होंने कई सालों तक बहू का उपचार मानसिक केंद्र में कराया लेकिन उसकी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया। इस बीच मंगलवार को पुष्पांजलि घर में अकेली थी। उसकी सास ममता अपने स्कूल में और ननद प्रिंसी अपनी बीटेक की पढ़ाई के लिए वाराणसी में थी। इस बीच पुष्पांजलि ने कमरे को अंदर से बंद कर खुद को आग लगा लिया और जलने के बाद चीखते हुए घर के बाहर दौड़ी। जिसके बाद पति और पड़ोसियों ने किसी तरह से आग पर काबू पाया और उसे अस्पताल ले गए। जहां उपचार के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई। जिसके बाद मायके व ससुराल पक्षों ने आपसी सहमति से शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बाबत एसओ जितेंद्र दुबे ने बताया कि मामला संज्ञान में है लेकिन किसी पक्ष से तहरीर नहीं मिली है।



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