मरदह की दिल दहलाने वाली घटना से भी नहीं चेता विभाग, कबीरपुर प्राथमिक स्कूल के अंदर ट्रांसफॉर्मर में लगी आग, टूटकर गिरा तार, बाल-बाल बची बच्चों की जान





बहरियाबाद। बीते दिनों मरदह क्षेत्र में बिजली के हाईटेंशन तार से हुई पूरे प्रदेश का दिल दहला देने वाली घटना से अब तक बिजली विभाग ने कोई सीख नहीं ली है। यही कारण है कि आज एक बार फिर से एक बड़ी घटना होने से बाल-बाल बच गई। इस बार कोई बस तारों के पास नहीं पहुंची, बल्कि बिजली विभाग खुद ही स्कूल तक पहुंच गया। थानाक्षेत्र के कबीरपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगे ट्रांसफार्मर में गुरूवार को स्कूल अवधि के दौरान ही आग लग गई। साथ ही परिसर से होकर गुजारा गया मेन लाइन का तार भी टूटकर गिर गया। जिससे स्कूल में मौजूद बच्चों में अफरा-तफरी मच गई। संयोग अच्छा रहा कि वहां बच्चे तत्काल समय में मौजूद नहीं थे, जिसके चलते वो बाल-बाल बच गये। विद्यालय के शिक्षकों ने तत्काल ग्राम प्रधान प्रतिनिधि श्याम सुन्दर जायसवाल को फोन किया। उन्होंने उपकेंद्र पर फोन करके आपूर्ति बाधित कराई। बता दें कि करीब 20-25 दिन पहले भी इसी ट्रांसफार्मर में आग लग गई थी। जिससे उसका तेल विद्यालय परिसर में फौव्वारे की तरह चारो तरफ फैलने लगा था। उस समय भी स्कूल खुला था और बच्चे भी मौजूद थे, लेकिन संयोगवश कोई इसकी चपेट में नहीं आया था। उस दिन की घटना या मरदह की घटना से भी बिजली विभाग ने कोई सीख नहीं ली और आज एक बार फिर से इसकी पुनरावृत्ति हो गई। ग्राम प्रधान व शिक्षक इसकी शिकायत कई बार विभाग से कर चुके हैं पर अधिकारी तो जैसे कानों में तेल डाले सोए हैं। शायद उन्हें यहां भी किसी बड़ी घटना का इंतजार है। जबकि इसके लिए श्याम सुंदर जायसवाल ने ऊर्जा मंत्री तक को ट्वीट करके शिकायत की है और उन्होंने भी इस दिशा में कुछ नहीं किया। विद्यालय के शिक्षकों व छात्रों के अभिभावकों ने जिलाधिकारी सहित विभाग के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि तत्काल उक्त ट्रांसफार्मर व मेन लाइन के तार को विद्यालय परिसर से बाहर कराने की व्यवस्था की जाए। जिससे बच्चों के जीवन पर लगातार मंडरा रहा खतरा हट सके। इस बाबत बहरियाबाद के जेई राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि टूटकर गिरे तार को हटा दिया गया है। अगले दिन इसके स्थान पर दूसरा तार लगाया जाएगा। वहीं विद्युत वितरण खंड तृतीय के एक्सईएन आशीष चौहान ने बताया कि विद्यालय परिसर के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार को हटाकर बाहर से ले जाया जाएगा। लेकिन ट्रांसफॉर्मर अभी वहां से नहीं हटाया जा सकेगा। कहा कि वहां पर तार पहले से गया है, बाद में स्कूल का भवन बनाते समय संबंधित ने तार का ध्यान नहीं दिया गया और उसे अंदर कर दिया। बताया कि कई अन्य स्थानों पर शिकायत मिली है, वहां भी जांच करके तारों को हटाया जाएगा।



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