5 लाख तक के मुफ्त इलाज वाले आयुष्मान योजना में शामिल हो सकते हैं शहरी क्षेत्र के लोग, 10 जनवरी तक चलेगा विशेष अभियान
गोरखपुर। शहरी क्षेत्र के जिन लोगों का नाम प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की पात्रता सूची में शामिल है, वह 10 जनवरी तक चलने वाले विशेष अभियान के दौरान आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। अभियान के दौरान इस कार्ड को बनवाने के लिए शुल्क नहीं देना होगा। पात्रता सूची में नाम है या नहीं, इससे जुड़ी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 14555 या 18001800444 पर सम्पर्क किया जा सकता है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी। उन्होंने बताया कि 26 दिसम्बर से 10 जनवरी के बीच शहर के प्रमुख स्थानों पर कैम्प लगा कर कार्ड बनाये जाएंगे। कैम्प स्थल की सूचना पार्षद या आशा कार्यकर्ता से प्राप्त कर सकते हैं। बताया कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और सीडीओ संजय कुमार मीणा के नेतृत्व में कार्ड बनाने का अभियान चलेगा। अभियान के दौरान पात्र गृहस्थी राशन कार्ड वाले ऐसे परिवार, जिनके सदस्यों की संख्या छह या छह से अधिक है और ऐसे परिवार जिनके सभी सदस्य वरिष्ठ नागरिक हैं, उनका कार्ड बनाने पर विशेष जोर होगा। मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के लाभार्थियों और अंत्योदय कार्डधारकों के भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। इन कार्ड को बनाने के लिए सूचीबद्ध निजी अस्पतालों, जिला चिकित्सालय और जिला महिला चिकित्सालय परिसर में कैम्प लगेंगे। डॉ दूबे ने बताया कि आयुष्मान आपके द्वार 3.0 अभियान के तहत टेलीकॉलिंग और एसएमएस संदेश के जरिये भी लाभार्थियों को कार्ड बनवाने के बारे में सूचना दी जाएगी। जागरूक लोग खुद भी अपना कार्ड बना सकते हैं। इसके लिए आयुष्मान एप डाऊनलोड करना होगा। एप के लाभार्थी सूची में अपना नाम खोजने के बाद आधार कार्ड के जरिये ई-केवाईसी कर अन्य विवरण भरा जाना है। इसके बाद आयुष्मान कार्ड जेनरेट हो जाएगा जिसे डाउनलोड कर सकते हैं। बताया कि नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह, ड्रिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर डॉ संचिता, ग्रीवांस मैनेजर विनय और सहयोगी शशांक की टीम कैम्प को कोआर्डिनेट कर रही है। अधिक जानकारी के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में इस टीम से भी सम्पर्क किया जा सकता है। जिन लाभार्थियों के पास आयुष्मान कार्ड होता है वह देश के किसी भी सूचीबद्ध सरकारी या निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद पांच लाख तक का इलाज करवा सकते हैं। इलाज की यह सीमा प्रत्येक लाभार्थी परिवार को प्राप्त है। पहले से कार्ड होने से भर्ती होने पर प्रक्रिया में लगने वाले समय की बचत होती है।