बीमारी के चलते निधन होने के बाद जवान का करमपुर पहुंचा पार्थिव शरीर, तिरंगा से पटी रही मीलों तक सड़क





मौधा। क्षेत्र के करमपुर गांव निवासी सेना के जवान कुंदन गोंड का पार्थिव शरीर शनिवार की सुबह गांव में पहुंचा। शव के गांव में पहुंचते ही पूरे गांव में करूण क्रंदन होने लगा। वहीं युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था। पूरा क्षेत्र जब तक सूरज चांद रहेगा, कुंदन गोंड का नाम रहेगा, भारत माता की जय आदि के नारे से गूंज रहा था। पार्थिव शरीर को घर पर अंतिम दर्शन के लिए कुछ देर तक रखने के बाद शवयात्रा निकाली गई। जिसमें हाथों में तिरंगा लहराते हुए युवा बाइकों पर नारे लगाते हुए चल रहे थे। कई किलोमीटर तक शवयात्रा निकालने के बाद वो जौहरगंज के श्मशान घाट पर पहुंची। जहां साथ आए सेना के जवानों ने कुंदन को अंतिम सलामी दी। घाट पर भी तिरंगा लहराता रहा। कुंदन को उनके बड़े भाई अनिल ने मुखाग्नि दी। बता दें कि कुंदन डेढ़ माह से बीमार थे। उनके बीमार होने के चलते कोलकाता के अस्पताल में उनका इलाज हो रहा था और वहीं पर उनका निधन हो गया। जिसके बाद आज उनका शव गांव में आया। कुंदन की पत्नी पूजा का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं कुंदन का 4 साल का बेटा कुणाल व 1 साल का कृष्णा अपने पिता के तिरंगे में लिपटे हुए शव को निहार रहे थे। शायद उन्हें पता भी नहीं था कि उसके पिता इस दुनिया में नहीं हैं। इस दौरान श्मशान घाट पर प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार विजयकांत पांडेय व थानाध्यक्ष प्रवीण यादव पहुंचे थे।



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