छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद गाजीपुर के लाल को दी गई अंतिम विदाई, उप मुख्यमंत्री ने शव को दिया कंधा, यूपी के सीएम ने दी श्रद्धांजलि
मुहम्मदाबाद। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में गश्त के दौरान नक्सलियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंग में हुए विस्फोट से गाजीपुर के शेरपुर खुर्द गांव निवासी बीएसएफ जवान अखिलेश राय की शहादत के बाद उनका पार्थिव शरीर आज गांव आया। उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा। अखिलेश राय अमर रहे और भारत माता की जय, वन्दे मातरम के नारे लगते रहे। राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान को अंतिम विदाई दी गईं। शहीद के सम्मान में लोगों ने बाइक रैली निकाली और शव यात्रा में शामिल हुए। हर कोई शहीद जवान को एक झलक देखने के लिए बेताब था। शनिवार की सुबह पुलिस लाइन से चला शव वाहन तिवारीपुर मोड़ के पास पहुंचा। जहां पहले से मौजूद क्षेत्र के हजारों युवाओं ने भारत माता की जय, शहीद अखिलेश राय अमर रहे के नारे के साथ शहीद का सम्मान किया। युवाओं की टोली डीजे पर देशभक्ति गीतों के साथ नारे लगाते हुए करीब 10 किमी तक पैदल, बाइक और चार पहिया वाहन से जुलूस के रूप मे शहीद जवान के गांव पहुंची। पार्थिव शरीर जिन गांवों से गुजरा, वहां महिलाएं बिलखते हुए विदाई दे रही थीं। सुबह शहीद का पार्थिव शरीर शेरपुर खुर्द पहुंचा तो माँ, पत्नी व बच्चों के चीत्कार से हर किसी की आँखें नम हो गईं। विलाप करते हुए पत्नी विंध्या राय कई बार बेसुध हो गई तो परिवार के लोग उन्हें संभालते रहे। उनका अंतिम संस्कार शेरपुर कलां में गंगा घाट पर किया गया। मुखाग्नि बड़े भाई अंजलेश राय ने दी। इसके पूर्व शुक्रवार को रायपुर में मुख्यालय पर अधिकारियों एवं छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने शहीद जवान के शव को कंधा व श्रद्धांजलि देकर पार्थिव शरीर को रवाना किया था। इसके बाद हवाई जहाज से बीती देर शाम लखनऊ भेजा गया। इसके बाद देर रात शरीर को गाजीपुर पुलिस लाइन लाया गया। बता दें कि शहीद अखिलेश राय वर्ष 2002 में बीएसएफ की 47वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। उनकी तैनाती रायपुर में थी। अखिलेश राय के पिता परमात्मा राय उर्फ झब्बन राय का लगभग 6 वर्ष पूर्व निधन हो गया था। अखिलेश राय के बड़े भाई अंजलेश राय भी बीएसएफ में हेड कांस्टेबल पद पर नई दिल्ली में कार्यरत हैं। शहीद अखिलेश राय अपने पीछे मां शारदा देवी सहित पत्नी विंध्या राय, तीन पुत्री 16 साल की श्रुति राय, 14 साल की जागृति व 12 साल की कृति के अलावा एक पुत्र 10 साल के अतुल को छोड़ गए हैं। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद की शहादत पर क्षेत्र के अष्ट शहीद इंटर कालेज, किड्स जोन स्कूल, चंदनी पब्लिक स्कूल, प्राथमिक विद्यालय कुंडेसर, शहीद संस्मरण इंटर कालेज, डीएवी पब्लिक स्कूल, आदर्श पूर्व माध्यमिक स्कूल, किसान पूर्व माध्यमिक विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय शेरपुर खुर्द, पशुपतिनाथ राय इंटर कालेज, प्राथमिक विद्यालय शेरपुर कलां प्रथम, प्राथमिक विद्यालय सेमरा प्रथम आदि स्कूलों में शोकसभा कर शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। शिक्षक व स्कूलों के बच्चे भी शवयात्रा में शामिल हुए। इसके अलावा शहीद जवान अखिलेश कुमार राय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने शहीद के आश्रित को 50 लाख रुपये की सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर करने का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने शहीद जवान अखिलेश कुमार राय के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ है। दिवंगत जवान के परिवार को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। इस मौके पर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी, भाजपा युवा नेता अभिवन सिन्हा आदि लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।