देश के संचार राज्य मंत्री के गृह जनपद में अधिकारी इस तरह लगा रहे उनकी योजनाओं को पलीता





मरदह। देश के संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के गृह जनपद में ही जब संचार व्यवस्था ध्वस्त है तो बाकी के जनपदों में क्या हश्र होगा। मामला स्थानीय दूरभाष केंद्र का है जहां की हालत ये है कि यहां पर बिजली रहने पर ही बीएसएनएल उपभोक्ताओं को नेटवर्क मिलता है। जब बिजली नदारद होती है तो ज्यादातर नेटवर्क न होने के कारण उनके मोबाइल खिलौना बन जाते हैं। जबकि विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को निर्बाध नेटवर्क के लिए केंद्र पर जेनेरेटर की भी व्यवस्था है। बावजूद इसके जेनेरेटर वहां शोपीस बना हुआ है। कारण, जेनेरेटर को चलाने के लिए डीजल की व्यवस्था नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब पूरे देश के संचार राज्य मंत्री के जनपद में इतनी लचर व्यवस्था है तो बाकी हिस्सों की क्या स्थिति होगी। कहा कि एक तरफ मंत्री द्वारा पूरे देश में नेटवर्क का जाल फैलाकर उपभोक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ इनके ही कुछ अधिकारियों द्वारा इस तरह के काम कर इनकी योजनाओं को पलीता लगाने का काम किया जा रहा है। मंगलवार को ग्राम सेवा समिति के लोग विरोध प्रकट करते हुए दूरभाष केंद्र पर पहुंचे। घंटों बाद विभाग के जेई ने डीई फोन पर बात की तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वो डीजल के अभाव में जेनेरेटर चलवाने में सक्षम नहीं है। इसके बाद ग्रामीणों ने एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह में व्यवस्था समुचित नहीं होगी तो हम सड़क पर उतरेंगे। इस मौके पर प्रवीण सिंह, अभिषेक सिंह, सतीश वर्मा, सर्वेश अख्तर, दरोगा मास्टर, गुड्डू अहमद, शिवम पांडेय, गणेश प्रसाद, अजित आर्य, फुलटू सिंह, सुरेश राजभर, पवन गुप्ता, संतोष सिंह, रामविलास चौरसिया, दुखन्ति राम, राहुल सिंह आदि मौजूद थे।



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