5 दिनों से पेयजल को तरस रहे सैकड़ों परिवार, बिजली न मिलने से ग्रामीणों में रोष





मरदह। 5 दिनों पूर्व जले 250 केवीए के ट्रांसफार्मर को अब तक न बदले जाने से संबंधित लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है। उनका कहना है कि एक तरफ प्रदेश सरकार ने फरमान जारी किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जलने वाले ट्रांसफार्मरों को 48 घंटों के अंदर बदला जाएगा लेकिन यहां तो एक सप्ताह बीतने को है और अब तक ट्रांसफार्मर न बदले जाने से खेती के साथ ही पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जले ट्रांसफार्मर के चलते कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, थाना, ब्लाक संसाधन केन्द्र सहित सैकड़ों घरों में बीते 5 दिनों से अंधेरा है। इसके अलावा बिजली न होने से जलकल टंकी से आपूर्ति की जाने वाली पेयजलापूर्ति व्यवस्था भी ठप है। विद्युत आधारित काम ठप हो गए हैं। ग्रामीण लक्ष्मण सिंह, शैलेश सिंह साधू, रमेश यादव, विजय मल्ल, अजय सिंह, डा. अनूप राय, आशुतोष सिंह पिन्टू आदि ने तत्काल ट्रांसफार्मर बदले जाने की मांग की है। वहीं इस बाबत जेई नीरज सोनी ने बताया कि ट्रांसफार्मर का इस्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है। एक या दो दिनों में आने के बाद लगा दिया जाएगा।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< बैंकों में दलालों का बढ़ रहा हस्तक्षेप, दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर सराफा व्यवसायी ने मुख्यालय को भेजा पत्र
स्काउट गाइड शिविर सम्पन्न, अतिथियों ने देखी बच्चों की विधा >>