ऐसी भी क्या खुद से नफरत कि जब आया अविश्वास प्रस्ताव तो खुद के खिलाफ कर दिया मतदान





भीमापार। क्षेत्र के उचौरी स्थित क्षेत्रीय सहकारी समिति के सभापति के विरुद्ध शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। प्रस्ताव लाने के साथ ही उसे विरोध कर रहे सदस्यों ने ध्वनिमत से पारित भी करा लिया साथ ही मौके पर ही नए सभापति का भी चुनाव हो गया। हैरत की बात ये है कि खुद सभापति ने भी अपना साथ नहीं दिया और अपने खिलाफ मतदान कर दिया। क्षेत्रीय सहकारी समिति उचौरी के सभापति रामसकल यादव का सदस्यों से काफी समय से विवाद चल रहा था। उनकी मिली काफी शिकायतों के बाद रविवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला उद्यान अधिकारी डॉक्टर एसके वर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर चुनाव कराया गया। इस दौरान मौजूद 8 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया वहीं हैरान होने की बात तब हुई जब खुद सभापति रामसकल यादव ने भी प्रस्ताव के ही पक्ष में ही यानी अपने ही खिलाफ मत दे दिया। बहरहाल प्रस्ताव बहुमत से पारित होने के बाद उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। वहीं प्रस्ताव के पूर्ण हो जाने पर तत्काल पर्चा भरवाया गया। जिसमें निर्विरोध रूप से चन्द्र प्रकाश यादव को सभापति चुन लिया गया। उन्होंने पद के गोपनियता की शपथ लीं इस मौके पर पूर्व संचालक रामबदन यादव, बकरीदन, विनोद सिंह, रामसेवक यादव, हरिद्वार पान्डेय, द्वारिका कुशवाहा, रामजी पहलवान, नीलम सिंह आदि मौजूद थे। वहीं चुनाव के दौरान एडीसीओ नवीन सिंह सहकारिता तथा प्रभारी सचिव राजनाथ कुशवाहा मौजूद रहे।



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