करेला वो भी नीम चढ़ा, राजर्षि टंडन मुक्त विवि ने डेढ़ दर्जन पाठ्यक्रमों में नामांकन पर लगाया रोक, लाखों छात्र परेशान





खानपुर। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की अनियमित और लेट लतीफ परीक्षा परिणामों के चलते परेशान छात्रों के करीब डेढ़ दर्जन पाठ्यक्रमों में प्रवेश पर रोक लगाए जाने से नयी मुसीबत पैदा हो गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सत्र के लिए पीजी के चार और डिप्लोमा कोर्स के पांच और सर्टिफिकेट कोर्स के नौ पाठ्यक्रमों में प्रवेश पर रोक लगा दिया है। कोरोना काल और छात्रों की इन पाठ्यक्रमों के प्रति उदासीनता को देखते हुए यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीजी के तहत पीजीडीजीटी एंड पीएस, पीजीडीसीपी, पीजीडीटीएम, पीजीडीएचएचएम और डिप्लोमा कोर्स में डीएचएचएम, डीटीएस, डीआइसी, डीआइएचटी और डीसीओएम में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। सर्टिफिकेट कोर्स के पाठ्यक्रम में सीएचएफई, सीटीएस, सीटीएम, सीटीईआइएम, सीसीपी, सीआइबी, सीपीएफ, सीडीएम और सीएचएचएम में भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोविड काल में आत्मनिर्भरता एवं स्वावलंबन के लिए प्रयासरत छात्रों के लिए उपभोक्ता सुरक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था, कम्प्यूटर ज्ञान, पर्यटन शिक्षा, कुक्कुट व्यवसाय, आपदा सुरक्षा, होटल व्यवस्था जैसे कोर्स में नामांकन रोकने से उनके व्यावसायिक भविष्य पर प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है। इशोपुर के डॉ पारस यादव और तेलियानी के शिवप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि अनियमित परीक्षाओं का होने और परीक्षा परिणाम के देरी से आने की वजह से पहले से ही छात्रों में निराशा व्याप्त रही है, अब आगामी सत्र में करीब डेढ़ दर्जन कोर्स में एडमिशन प्रतिबंधित किये जाने से पढ़ने वाले छात्रों की संख्या पर भारी प्रभाव पड़ेगा।



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