तो अब क्या पूरा होगा डॉ. मुकेश का ‘सपना’, वंदना यादव के मैदान से हटते ही भारी हुआ भाजपा का पलड़ा, निर्दल प्रत्याशी ने नामांकन कर चौंकाया
गाजीपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए गाजीपुर में शनिवार को 3 प्रत्याशियों ने नामांकन किया। हालांकि उम्मीद से उलट जाते हुए अब तक भाजपा से अध्यक्ष पद की टिकट मांग रहीं किसान मोर्चा की प्रदेश मंत्री डॉ. विजय यादव की पत्नी वंदना यादव ने अपना नामांकन नहीं किया और पार्टी के साथ ही खड़े रहने का मन बना लिया। उनके नामांकन न करने से अब भाजपा प्रत्याशी सपना सिंह का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। शनिवार को नामांकन का दिन तय किया गया था। इस दौरान भाजपा से डॉ. मुकेश सिंह की भातृवधू सपना सिंह ने व सपा की अधिकृत प्रत्याशी कुसुमलता यादव ने अपना नामांकन किया। इसके अलावा एक निर्दल प्रत्याशी रेखा भट्ट ने भी नामांकन करते हुए सभी को चौंकाया। तीन प्रत्याशियों के नामांकन के बाद अब चुनावी रण सजाए जाने लगे हैं। नामांकन करने के लिए भाजपा प्रत्याशी सपना सिंह जिलाधिकारी कार्यालय पर पौने 1 बजे पहुंची। वहां पर सुरक्षा व्यवस्था ऐसी थी कि अंदर प्रत्याशी व प्रस्तावक के अलावा और किसी को जाने की इजाजत नहीं थी। कार्यालय के चारो तरफ बैरिकेडिंग भी की गई थी। किसी भी तरह की समस्या को खारिज करने के लिए भाजपा प्रत्याशी ने 4 सेट में अपना पर्चा दाखिल किया। जहां शशि प्रकाश, शैलेंद्र, राजकुमार, सुखारी, सुनंदा, भोलानाथ, नरेंद्र व रूखसाना उनके प्रस्तावक बने। इसके अलावा सपा प्रत्याशी कुसुमलता ने 3 सेटों में अपना पर्चा दाखिल किया। जहां बसंत यादव, खेदन यादव, कमलेश यादव, महेश यादव और आलोक कुमार ने प्रस्तावक के रूप में कुसुमलता का नाम प्रस्तावित किया। निर्दल प्रत्याशी रेखा भट्ट ने एक सेट में नामांकन दाखिल किया। जिसके चलते माना जा रहा है वो डमी प्रत्याशी हो सकती हैं। नामांकन के बाद तीनों प्रत्याशी अपनी जीत का दावा करते दिखे। भाजपा प्रत्याशी सपना सिंह के पति पंकज सिंह चंचल के बड़े भाई डॉ. मुकेश सिंह ने जीत का दावा करते हुए कहा कि हमारे साथ 40 से अधिक सदस्य हैं। जबकि सपा प्रत्याशी कुसुमलता भी अपनी जीत का दावा करती दिख रही हैं और पर्याप्त संख्या बल होने की बात कर रही हैं। सपना सिंह के लिए राहत की बात ये है कि डॉ. विजय यादव की पत्नी वंदना यादव को टिकट न मिलने से उनकी जीत का रास्ता साफ हो गया है। क्योंकि अब तक सपना सिंह के अध्यक्ष पद के ‘सपने’ को सबसे बड़ी चुनौती वंदना यादव ही देती दिखाई दे रहीं थीं। लेकिन अब भाजपा से टिकट मिलने के बाद सपना सिंह की चुनौती काफी हद तक कम हो गई है। इसके बावजूद नामांकन तक ये आशंका जताई जा रही थी कि वंदना यादव निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर सकती हैं, क्योंकि नामांकन पत्र उन्होंने काफी पहले ही खरीद लिया था। ऐसे में वंदना यादव के निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने से भी सपना सिंह को चुनौती मिलती। अब देखना ये है कि वंदना यादव के मैदान से हटने के बाद सपा प्रत्याशी सपना को कितनी कड़ी टक्कर दे पाती है और उनके जीत के दावे में किस हद तक मजबूती है। नामांकन के दौरान स्थल के बाहर सपा व भाजपा के दिग्गजों की भीड़ लगी थी। एक तरफ भाजपा की तरफ से अब तक सपना सिंह का विरोध कर रहीं विधायक द्वय संगीता बलवंत व सुनीता सिंह के अलावा एमएलसी विशाल सिंह चंचल, जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, डॉ. मुकेश सिंह, पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बृजेंद्र राय, नपा अध्यक्ष सरिता अग्रवाल, रूद्रा पांडेय, विनोद अग्रवाल, रामतेज पांडेय, कमलेश सिंह होकाड़ू, सत्येंद्र सिंह मसाला आदि रहे। वहीं सपा प्रत्याशी के लिए पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह समेत विधायक द्वय सुभाष पासी व डॉ. वीरेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, मुन्नन यादव, मुकेश यादव, राजेश कुशवाहा, पूर्व एमएलसी विजय यादव, पूर्व विधायक विजय कुमार, पूर्व राज्यमंत्री जयकिशन साहू, बच्चा यादव, सुदर्शन यादव, दिनेश यादव आदि रहे। भाजपा प्रत्याशी के नामांकन करके बाहर आने के बाद लालसा भारद्वाज, इतवारी राजभर आदि ने माल्यार्पण कर तो वहीं जिला प्रभारी कौशलेंद्र सिंह समेत कृष्ण बिहारी राय, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, डॉ. सोमनाथ यादव, शशिकान्त शर्मा आदि ने पुष्प गुच्छ देकर जीत की कामना की।