कोरोना अलर्ट : खतरे के मुहाने पर बैठा हैं नंदगंज, हवा-हवाई हुई अनलॉक 1 की गाइड लाइन, कोरोना के चलते सील गांव से रोजाना नंदगंज बाजार में आ रहे ग्रामीण
नन्दगंज। स्थानीय बाजार में सभी दुकानें लॉकडाउन के पूर्व जैसे माहौल में खुल रही हैं। अनलॉक-1 की केन्द्र तथा प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के सभी दिशा निर्देश हवा हवाई हो गये हैं। सभी दुकानों पर तथा सब्जी मंडी में शारीरिक दूरी को कौन कहे, दुकानदार तथा ग्राहक मास्क भी नहीं लगा रहे हैं। जैसे क्षेत्र में कोरोना नाम की कोई चीज ही नहीं है। जबकि कोरोना पॉजिटिव केस नंदगंज के एक से दो किमी की दूरी में दस्तक दे चुका है। अभी एक किमी दूर बेलसड़ी गांव कोरोना में कोविड-19 पॉजीटिव पाये जाने के कारण गांव सील चल रहा है। लेकिन वहाँ भी केवल मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग लगी है। जबकि गाँव के लोग अन्य मार्ग से प्रतिदिन नंदगंज बाजार में लेन देन करने के लिये खुलेआम आ जा रहे हैं। लगता है कि पुलिस भी शारीरिक दूरी और मास्क लगाने की बात लोगों से बार बार कहते कहते अब थक गयी है। बाजार में पुलिस का चक्रमण भी बहुत कम हो गया है। बाजार में अब मात्र 8 से 10 प्रतिशत लोग ही मास्क लगाये दिखाई दे रहे हैं। किसी दुकानदार से मास्क नहीं लगाने की बात पूछने पर कहते है कि देखिये हमारे पास है साहब, अभी निकाला हूँ। लेकिन मास्क को जेब में रखकर ग्राहकों से वार्ता करते हुए सामान और पैसे की लेन देन धड़ल्ले करते रहते हैं। यही हाल बाजार में घूम घूम कर सामान ले रहे ग्राहकों का भी हैं। केन्द्र सरकार द्वारा रात 9 से सुबह 5 बजे तक नईट कर्फ्यू लगाया गया है, लेकिन उसकी भी अनदेखी करते हुए सब्जी मंडी तड़के 4 बजे से ही लग जा रही है, जिसके चलते भोर में ही सैकड़ों लोगों का सड़क पर आवागमन शुरु हो जाता है। गांव के युवा भी बरहपुर गांगी नदी पुल पर सटकर बैठकर मोबाइल चलाते व वीडियो बनाते देखे जा सकते हैं। जबकि 500 मीटर दूर ही गांव बेलसड़ी गांव कोरोना के चलते सील चल रहा है। कुल मिलाकर देखा जाय तो नंदगंज बाजार में वैश्विक बीमारी कोरोना को लोग नजर अंदाज करके भयंकर संकट को न्यौता दे रहें हैं।