अरे! चकबंदी के मानकों से कोसों दूर है सादात ब्लाक के चकमार्ग, अतिक्रमण भी नहीं हटवा पा रहा विभाग



अमित सहाय की खास खबर



बहरियाबाद। सादात ब्लाक के बिजहरी गांव के चकमार्गों को चकबंदी विभाग द्वारा सम्पर्क मार्गों से नहीं जोड़े जाने से सैकड़ों किसानों को आवागमन करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, हुरमुजपुर हाल्ट से आ रहे इन मार्गों को मुख्य सड़क से भी नहीं जोड़ा गया है। बिजहरी गांव के चौहान बस्ती व पांडेय का पुरा, जहाँ सैकड़ों परिवार वर्तमान में रहते हैं। चकबंदी के दौरान चौहान बस्ती का पूर्वी छोर जो जोरवट गांव की सीमा से शुरू होता है। यहां से बिजहरी गांव की उत्तरी सीमा से एक चकरोड पाण्डेय का पुरा होते हुए बृंदावन तक होना चाहिए लेकिन इस चकरोड को चकबंदी विभाग की घोर लापरवाही के चलते कुटी तक ही समाप्त कर दिया गया है। जबकि पश्चिम में क़रीब 100 मीटर की दूरी पर एक चौड़ी सड़क है, जो इब्राहिमपुर व अन्य गांवों तक जाती है। इसी तरह ओडासन गांव के दक्षिणी छोर से एक चकरोड बिजहरी गांव की सीमा तक है लेकिन इसे भी सम्पर्क मार्ग से नहीं जोड़ा गया है। इसके चलते राहगीरों को आने जाने की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जबकि चकबंदी मानक के मुताबिक एक चकमार्ग को दूसरे चकमार्ग से जोड़ना जरूरी होता है। आलम ये है कि जो चकमार्ग हैं भी तो उस पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है जिसे राजस्व विभाग या प्रशासन हटाने में पूरी तरह से नाकामयाब है। प्रशासन की ये कमजोरी ग्रामीणों की समस्याओं का प्रमुख कारण है। इस बाबत ग्रामीणों ने पत्र लिखकर विभाग के उच्च अधिकारियों सहित जिलाधिकारी से मांग किया है कि इन चकमार्गों को किसी भी हाल में जल्द से जल्द सम्पर्क मार्गों से जोड़ा जाय ताकि हमारा आवागमन सुचारू हो सके।



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