सैदपुर : न्यू लीलावती अस्पताल ने सर्पदंश से मृतप्रायः हो चुकी महिला को वेंटिलेटर पर रखकर बचाई जान, परिजनों ने की सराहना
सैदपुर। क्षेत्र के औड़िहार के सादीभादी मोड़ स्थित न्यू लीलावती अस्पताल एक बार फिर से मृतप्रायः हो चुकी गृहणी के लिए जीवन रक्षक बना है। सर्पदंश के चलते मृतप्रायः हाल में सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर किए जाने वाली महिला की वहां के चिकित्सकों ने जान बचा ली है।
शिवसिंहचक निवासिनी 40 वर्षीय सुमन यादव को आज सुबह सांप ने खेत से लौटने के दौरान डंस लिया था। परिजनों ने उन्हें तत्काल अस्पताल लाने की बजाय नहलाने में समय खराब कर दिया। तब तक उनकी हालत और बिगड़ गई थी। जिसके बाद सीएचसी लाया गया तो वहां शरीर में हरकत नहीं थी और उनके फेफड़े पर भी काफी ज्यादा असर हो चुका था। आखिरकार यहां पर काफी प्रयास करके व एंटी स्नेक वेनम के 15 वॉयल लगाने पर भी जब लाभ नहीं हुआ तो चिकित्सकों ने थकहार कर उन्हें रेफर कर दिया। लेकिन परिजन उन्हें लेकर किसी चमत्कार की उम्मीद में न्यू लीलावती अस्पताल पहुंच गए। जहां डॉ. राजीव यादव, प्रबंधक नितेश यादव, भानू यादव आदि ने तत्काल उन्हें वेंटिलेटर पर रखा और आवश्यक उपचार करते हुए चमत्कारिक ढंग से उनकी जान बचा ली गई। कुछ ही देर में उनके शरीर में हरकत होनी शुरू हो गई थी। वेंटिलेटर के जरिए लगातार जान बचाकर क्षेत्र में एक नामी अस्पताल के रूप में चर्चित होते जा रहे न्यू लीलावती अस्पताल की परिजन सराहना कर रहे हैं। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन का भी आभार जताया। वहीं डॉ. राजीव ने कहा कि उनकी हालत बेहद गंभीर थी और जीवित अवस्था में वाराणसी के किसी अस्पताल तक पहुंचने में भी सक्षम नहीं थीं। अगर उन्हें तत्काल वेंटिलेटर पर नहीं रखा जाता तो उनके बचने को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता था।