करंडा : उद्घाटन के पूर्व ही एक फर्जी पोस्टर के कारण चर्चा में आने वाले अस्पताल पर लटकी तलवार, सीएमओ ने दिया जांच का आदेश
करंडा। जिले में आए दिन खुल रहे बिना पंजीकरण और संसाधन विहीन अस्पताल स्वास्थ्य महकमे पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करने के लिए काफी हैं। इसमें शिकायतों के बावजूद महकमा व अधिकारी काम नहीं करते। ताजा मामला करंडा के नौदर गांव का है। गांव की चट्टी पर बीते दिनों ही न्यू रागिनी हास्पिटल के नाम से खुले अस्पताल की जांच का जिले के सीएमओ ने आदेश दिया है। बता दें कि उक्त अस्पताल खुलने के पूर्व ही चर्चाओं में आ गया था। इस अस्पताल के नाम से सोशल मीडिया पर एक आमंत्रण पत्र वायरल हुआ था। जिसमें अस्पताल का उद्घाटन चंदौली के एसीएमओ द्वारा कराया जाना दिखाया जा रहा था। इस मामले की जानकारी होने के बाद चंदौली के उक्त एसीएमओ ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मुझे तो जानकारी भी नहीं है कि इस नाम का कोई अस्पताल खुल रहा है। मुझसे किसी ने न तो कुछ पूछा और न ही किसी उद्घाटन के लिए बुलाया है। इसके बाद महकमे के प्रशासनिक अधिकारी को भी मामले का संज्ञान हुआ तो उन्होंने जांच की बात कही लेकिन जांच नहीं कराई। इसके बाद अब उक्त अस्पताल के बाबत कहा कि अस्पताल का हमें कोई संज्ञान नहीं है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देशदीपक पाल ने कहा कि मुझे अस्पताल के बाबत कोई जानकारी नहीं है। वहां पर कौन उपचार कर रहा है और कौन चला रहा है, कोई जानकारी नहीं है। कहा कि मामला संज्ञान में अब आया है तो उसकी जांच कराई जाएगी। कहा कि किसी तरह के नियम विरूद्ध पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।