परिवार परामर्श केंद्र में जिले भर से पहुंची 14 पीड़िताएं, 7 परिवारों की हुई विदाई, 2 मामलों को किया गया बंद
गाजीपुर। स्थानीय पुलिस लाइन परिसर में परिवार परामर्श केंद्र द्वारा शिविर लगाया गया। जहां जिले भर से पीड़ित दंपति पहुंचे। इस दौरान मौके पर कुल 14 पारिवारिक विवाद प्रस्तुत किए गए। जिसमें से मौके पर 7 परिवारों की विदाई की गई। वहीं दो मामलों में सब ठीक होने पर उसे बंद कर दिया गया। इस दौरान नीलम देवी पत्नी इंद्रजीत कुमार निवासी प्रतापुर थाना करंडा की शिकायत थी कि उसके पति उसके ऊपर हमेशा शंका करते रहते हैं, जिसके कारण दोनों लोगों के बीच में मनमुटाव पैदा हो रहा था। जिस पर दोनों पक्षों को समझाकर विदाई करवाई गई। वहीं दीपा कुमारी पत्नी जयप्रकाश निषाद निवासी सीताराम सदर गाज़ीपुर की शिकायत थी कि उसके पति मायके से हमेशा दहेज की मांग करते रहते हैं। जिस पर पति-पत्नी को समझाकर विदाई करवाई गई। निशा देवी पत्नी रोशन कुमार निवासी गुरैनी थाना धानापुर जनपद चंदौली की शिकायत थी कि उसके सास ससुर हमेशा उसके साथ मारपीट करते रहते हैं। जिस पर पति और सास ससुर को समझाकर विदाई करवाई गई। चांदनी देवी पत्नी रोहित गौड़ निवासी खिदीरपुर थाना करंडा की शिकायत थी कि उसके पति उसके साथ हमेशा गाली गलौज करते रहते हैं। जिस पर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। पूजा वर्मा पत्नी रवि वर्मा निवासी मलेठी थाना दुल्लहपुर की शिकायत थी कि उसके पति दहेज के लिए उसके साथ हमेशा मारपीट करते रहते हैं। जिस पर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। सुमन पत्नी दिनेश कुमार निवासी सोनहरिया थाना करंडा की शिकायत थी कि उसके पति उसके साथ शादी के बाद कुछ समय तक अच्छा व्यवहार किये लेकिन बाद में पड़ोसी के कहने पर उसके साथ मारपीट करने लगे। जिस पर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। रेनू देवी पत्नी अजीत कुमार निवासी बसेनिया थाना भांवरकोल की शिकायत थी कि उसके पति और ससुराल पक्ष के लोग हमेशा उसे दूसरी शादी करने के लिए प्रताड़ित करते रहते हैं। जिस पर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। इस दौरान सब ठीक होने पर दो पारिवारिक विवाद बंद कर दिए गए। वहीं तीन मामलों में दोनों पक्ष उपस्थित नहीं थे। जिसके कारण उसके निस्तारण हेतु अगली तिथि निर्धारित की गई। वहीं दो पारिवारिक विवाद को विधिक कार्रवाई का सुझाव देते हुए बंद कर दिया गया। इस मौके पर विक्रमादित्य मिश्र, वीरेंद्र नाथ राम, सरिता गुप्ता, सोनिया सिंह, नीतू मिश्रा, उपनिरीक्षक शशिधर मिश्र, मुख्य आरक्षी सुनीता गिरी, आरक्षी रोली सिंह, रागिनी चौबे, शिवशंकर यादव, प्रांतीय रक्षक दल की कमला आदि रहे।