मां काली मंदिर पर रामकथा व रूद्र शतचंडी यज्ञ का आयोजन, रामनाम को बताया कलयुगी भवसागर से पार होने का उपाय
सादात। स्थानीय नगर पंचायत कार्यालय के बगल में स्थित मां काली मंदिर पर संगीतमय श्रीरामकथा एवं रूद्र शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया है। ब्राह्मणों द्वारा सुबह से ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन पूजन किए गए। शाम को कथावाचक जगदीशाचार्य द्वारा संगीतमय श्रीरामकथा किया गया। कथावाचक ने कहा कि श्रीरामकथा का श्रवण करना बहुत ही पुण्य का कार्य है। भगवान राम कण-कण में बसते हैं, जिनकी कथा श्रवण करने से इंसान कलयुगी भवसागर से पार हो जाता है। जो मनुष्य भगवान की कथा का श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं, उनका जीवन धन्य हो जाता है।