खंड शिक्षा अधिकारी पर अवैध टिप्पणी करने वाले शिक्षक नेता की होगी जांच, बीएसए ने टीम गठित कर एक सप्ताह में मांगी रिपोर्ट





करंडा। इन दिनों करंडा ब्लॉक क्षेत्र का शिक्षा विभाग बीते काफी समय से खूब चर्चाओं में है। कभी किसी स्कूल के शिक्षक द्वारा सोशल मीडिया पर अश्लील टिप्पणियां की जा रही हैं तो कभी किसी स्कूल में सही काम न होने पर पूरे स्कूल के शिक्षकों व शिक्षामित्रों का वेतन बाधित करके जांच की जा रही है तो कहीं किसी हेडमास्टर को खराब कार्यप्रणाली के चलते बीएसए द्वारा सस्पेंड कर दिया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा की जा रही है इस कार्यवाही के विरोध में अब ब्लॉक के कुछ शिक्षकों ने गुट बना लिया है और लगातार नियमविरोधी कार्य भी कर रहे हैं। बीते दिनों बिना सूचना दिए स्कूल से गायब रहने वाले ढेलवां के कंपोजिट स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह का एक दिन का वेतन बाधित किया गया था। अब उनके खिलाफ बीएसए ने जांच बिठा दी है। फरवरी माह के दूसरे पखवारे में शिकायत के बाद बीईओ की जांच में दिग्विजय सिंह बिना किसी सूचना के स्कूल से अनुपस्थित पाए गए थे। जिसके बाद बीएसए ने उनका एक दिन का वेतन रोक दिया था। खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह ने बीएसए को पत्र भेजकर उन पर अनुशासनहीनता व कार्य में व्यवधान डालने का आरोप लगाया था। कहा कि दिग्विजय सिंह द्वारा व्हाट्स एप पर विभागीय कार्य के लिए बने ‘बीआरसी करंडा विभागीय सूचना’ में 11 दिसंबर को सैदपुर डायट पर निपुण भारत मिशन के तहत प्रशिक्षण संबंधी मेरे सूचना पर अनावश्यक व अवांछनीय टिप्पणी की गई। जिसके बाद नोटिस जारी करने पर उसका जवाब नहीं दिया और व्हाट्स पर ही सूचनाएं देने के लिए बने करंडा सूचना समूह से मुझे बाहर निकाल दिया। इसके बाद 23 दिसंबर को बीआरसी पर प्रधानाध्यापकों व सहायक प्रधानाध्यापकों की होने वाली मासिक समीक्षा बैठक के लिए जब मेरे द्वारा बैठक पत्र को भेजा गया तो उक्त दिग्विजय सिंह द्वारा मेरे नंबर पर ये मैसेज किया गया कि ‘यदि मैं ये कह दूं कि ये फर्जी पत्र है तो शायद आपको सबसे तीखी वाली मिर्च लग जाएगी। इस चिट्ठी पर कोई भी पत्रांक नहीं पड़ा है।’ इसके बाद वो मीटिंग हाल में न बैठकर मैदान में घूमते रहे और जाते समय मेरे निजी वाहन को बीआरसी परिसर में ही रोककर मुझे धमकी भी दी। बीईओ के इस पत्र के बाद बीएसए हेमंत राव ने मामले को बेहद गंभीर मानते हुए इसमें जांच टीम गठित कर दी है। टीम में उन्होंने सैदपुर व मुहम्मदाबाद के खंड शिक्षा अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया है और एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। पत्र में उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा इस मामले की गहनता से जांच करके तथ्यात्मक आख्या पत्रावली एक सप्ताह में मांगी गई है। बीएसए द्वारा जांच टीम गठित होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।



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