मुड़ियार में सोमवार से शुरू होगी डेढ़ दशक से बहुप्रतिक्षित चकबंदी की प्रक्रिया, एसडीएम ने ग्रामीणों संग की बैठक





सैदपुर। क्षेत्र के मुड़ियार गांव में चकबंदी की बहुप्रतिक्षित प्रक्रिया शुरू होने वाली है। तमाम कारणों से आज तक चकबंदी की प्रक्रिया गांव में न हो पाने के बाद आज उपजिलाधिकारी डॉ. पुष्पेंद्र सिंह पटेल चकबंदी विभाग के अधिकारियों व भारी फोर्स के साथ गांव में पहुंचे। गांव में कुछ स्थानों पर आंशिक नापी की गई। इसके बाद ग्रामीणों संग बैठक की गई। बैठक में उन्होंने ग्रामीणों से गांव की चकबंदी के बाबत कहा। ग्रामीणों ने कहा कि इस प्रक्रिया में सहयोग किया जाएगा। सहायक चकबंदी अधिकारी सदानंद गुप्ता ने बताया कि गांव में 2007 में एक बार चकबंदी की प्रक्रिया शुरू की जाने वाली थी। इस दौरान पहले चरण में कागजों पर चक बना दिया गया था और मौके की नापी बाकी थी। लेकिन रिमांड करने की वजह से प्रक्रिया रूक गई। बताया कि इसके बाद मेरे द्वारा 2019 से कई बार गांव की चकबंदी पूरी करने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीणों का सहयोग न मिल पाने के कारण नापी नहीं हो सकी। जिससे आज तक चकबंदी की प्रक्रिया रूकी हुई है। इस दौरान दूसरे चरण में नापी की प्रक्रिया शुरू करने के लिए एसडीएम सहित चकबंदी अधिकारियों की टीम गांव में आज पहुंची और ग्रामीणों संग बैठक कर उनकी मंशा जानी। समझाने पर ग्रामीणों ने कहा कि वो चकबंदी में पूरा सहयोग करेंगे। जिस पर सोमवार से चकों की नापी की प्रक्रिया शुरू किए जाने का निर्देश दिया गया। एसीओ ने बताया कि नापी की प्रक्रिया में काश्तकार का पूरा सक्रिय सहयोग चाहिए। क्योंकि गांव के जमीनों के मामले में कोई दूसरा व्यक्ति किसी अन्य के चक के बारे में जानकारी देकर विवाद में नहीं पड़ना चाहता है। ऐसे में हर चक के काश्तकार खुद ही जब तक सक्रिय होकर नापी नहीं कराएंगे, चकबंदी पूरी नहीं हो पाएगी। एसीओ ने बताया कि मेरे द्वारा अब 4 बार प्रयास किया जा चुका है। इस मौके पर एसओसी धनराज यादव, नंदगंज के चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह, लेखपाल बुद्धिसागर आदि रहे।



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