जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने किया जेल का निरीक्षण, बंदियों से बात कर बताए उनके अधिकार





गाजीपुर। लखनऊ के राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर शनिवार को जिला कारागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव दीपेन्द्र कुमार गुप्ता पहुंचे और औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल में बंद विचाराधीन कैदियों के सुधार सहित अन्य विषयों पर शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान बंदियों को निःशुल्क अधिवक्ता, जेल लोक अदालत तथा उनकी जेल अपील से संबंधित अन्य समस्याएं पूछी गयीं और उनके यथोचित अधिकार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस दौरान बंदियों को उनके संवैधानिक अधिकारों के विषय में विस्तृत जानकारी दी गयी। जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में वर्तमान में कुल 960 बंदी निरूद्ध हैं। जिसमें 829 पुरूष, 51 महिला कैदियों के साथ 8 बच्चे हैं। बताया कि जेल में 80 अल्प वयस्क है। बताया कि बंदियों को सुबह का नाश्ता-चना, चाय व दोपहर का भोजन-रोटी, चावल, अरहर की दाल, सब्जी (आलू, नेनुआ) तथा शाम का भोजन-रोटी, चावल, चना की दाल सब्जी (आलू, लौकी) दिया जाता है। सचिव द्वारा पुरूष एवं महिला बैरक का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान जेल के कई बंदियों से बात कर उनकी समस्याओं को समझने के साथ ही उनके निस्तारण का निर्देश दिया। सचिव ने कारापाल को जिला कारागार में स्थित जेल लीगल क्लीनिक पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए, ताकि जेल में निरूद्ध बंदियों को समय से व समुचित विधिक सहायता प्राप्त हो सके। कारागार परिसर में साफ-सफाई, मच्छरो के बचाव के लिए छिड़काव के लिए निर्देशित किया गया। इस अवसर पर कारापाल रविन्द्र सिंह यादव उपस्थित रहे।



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