7 जुलाई को प्रधानमंत्री करेंगे औड़िहार के इन कार्यों का शुभारंभ, दो वंदे भारत ट्रेन को भी दिखाएंगे हरी झंडी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7 जुलाई को दोपहर 2 बजे गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में गोरखपुर-लखनऊ वाया अयोध्या वंदे भारत एक्सप्रेस व जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) वंदे भारत एक्सप्रेस सहित 2 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके अलावा गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास भी करेंगे। पूर्वोत्तर रेल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के लिये भारतीय रेल द्वारा 8700 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है। प्रमुख नगरों को उन्नत तकनीक की सेमी हाई-स्पीड, सुरक्षित एवं आरामदायक वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवायें उपलब्ध कराने के क्रम में 2 वंदे भारत ट्रेनें जोधपुर से अहमदाबाद (साबरमती) तथा गोरखपुर से लखनऊ वाया अयोध्या चलाई जा रही हैं। इन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के चलने से उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात की जनता को आरामदायक एवं बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके साथ ही आगामी 50 वर्षों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर 498 करोड़ रूपये की लागत से गोरखपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। इसके बाद प्रधानमंत्री वाराणसी में आयोजित समारोह में 8200 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत की रेल परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। इसके अन्तर्गत गाजीपुर सिटी-औड़िहार एवं औड़िहार-जौनपुर रेल खण्ड के दोहरीकरण, भटनी-औड़िहार रेल खण्ड के विद्युतीकरण, उत्तर प्रदेश राज्य में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण एवं डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-सोननगर नई लाइन का लोकार्पण तथा व्यासनगर-पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेल फ्लाईओवर का शिलान्यास करेंगे। रेलखण्डों पर बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के लिये रेल खण्डों का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण किया जा रहा है। गाजीपुर सिटी-औड़िहार के 40 किमी के रेलखंड व औड़िहार-जौनपुर के 60 किमी के रेल खण्ड के दोहरीकरण का कार्य विद्युतीकरण के साथ पूर्ण किया गया है। भटनी-औड़िहार के 125 किमी के रेल खण्ड के विद्युतीकरण को पूरा किया गया, जिसके फलस्वरूप विद्युत इंजन चालित ट्रेनें गोरखपुर से सीधे औड़िहार-वाराणसी होकर अन्य महानगरों के लिये चलाई जा रही हैं। शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के तहत उत्तर प्रदेश राज्य के सभी बड़ी रेल लाइन नेटवर्क को पूर्ण रूप से विद्यतीकृत कर लिया गया है, जिससे इम्पोर्टेड डीजल की खपत में भारी कमी आई है। जिससे पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने में मदद मिलेगी। पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर पर 137 किमी. लम्बे न्यू दीन दयाल उपाध्याय-न्यू सोननगर नई लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है। यह रेल खंड झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के प्रमुख कोयला क्षेत्रों को उत्तर भारत के बिजली केंद्रों से जोड़ेगा। आयरन एवं स्टील सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई में तेजी आयेगी। 8.62 किलोमीटर लम्बे व्यासनगर-पं० दीन दयाल उपाध्याय जं. रेल फ्लाईओवर का निर्माण किया जायेगा। इस रेल फ्लाईओवर के निर्माण से पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. पर आने वाली माल गाड़ियों को पं० दीन दयाल उपाध्याय जं. में सरफेस क्रॉसिंग के बिना व्यासनगर से वाराणसी एवं लखनऊ की ओर मोड़ा जा सकेगा।