औड़िहार-सादात रेलखंड पर हुए कार्यों का रेल संरक्षा आयुक्त ने किया निरीक्षण, 129 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से किया स्पीड ट्रॉयल
औड़िहार। रेल प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन व परिचालन में सुगमता के लिए औड़िहार-सादात के 19 किमी के रेल खण्ड पर हुए नए विद्युतीकृत लाइन के साथ दोहरीकरण का कार्य पूर्ण होने के बाद उत्तर पूर्वी सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त लतीफ खान ने संरक्षा का निरीक्षण करने के साथ ही स्पीड ट्रॉयल भी किया। इस दौरान उन्होंने निरीक्षण का आरंभ औड़िहार रेलवे स्टेशन से किया। सीआरएस स्पेशल ट्रेन से औड़िहार पहुँचने के बाद वो स्टेशन के पैनल रूम, आईपीएस रूम, रिले रूम एवं बैटरी रूम समेत औड़िहार-माहपुर रेल खंड को जोड़ने वाली लाइन के ट्रेलिंग पॉइंट की संरक्षा का परीक्षण किया। इसके बाद मोटर ट्रॉली से औड़िहार-सादात रेल खण्ड पर नवनिर्मित दूसरी लाईन का निरीक्षण करते हुए ब्रिज संख्य 125 पर पहुंचे और ब्रिज के फाउन्डेशन समेत संरक्षा का निरीक्षण किया। वहां से दोहरीकरण के अंतर्गत बनी नई लाइन पर ट्रैक जड़ाई, बैलास्ट फैलाई, पैकिंग/हाउसिंग, ग्लुड जॉइंट एवं स्विच एक्सटेंशन जॉइंट, ओवरहेड ट्रैक्शन व ट्रैक्शन पोल की लाइन से मानक दूरी का परीक्षण करते हुए माहपुर इंटरमीडिएट ब्लॉक हट स्टेशन पहुँचे। वहां दोहरीकरण के मानकों के अनुरूप किये गए बदलावों का गहन निरीक्षण किया। माहपुर निरीक्षण के दौरान उन्होंने आईपीएस कक्ष एवं रिले रुम की डबल लॉकिंग के प्रावधान को सुनिश्चित किया। इसके साथ ही माहपुर स्टेशन पर अच्छे पर्यावरण के लिए अधिकारियों के साथ पौधरोपण भी किया। वहां से वो मोटर ट्रॉली से ब्रिज संख्या 120 तक ट्रैक एवं ओवर हेड ट्रैक्शन का गहन निरीक्षण करते हुए पहुंचे। जहां दोहरीकरणके अंतर्गत नए बने ब्रिज का, ब्रिज के फाउंडेशन, पिलर, एप्रोच, गर्डर, कंक्रीट ब्लॉक, फिटिंग्स तथा अनुरक्षण हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इसके बाद सादात पहुँचे और सादात स्टेशन पर दोहरीकरण के अनुरूप नए यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, स्टेशन पैनल, पॉइंट्स व क्रासिंग के साथ ही नए स्थापित सिग्नलों का निरीक्षण किया। इस दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने औड़िहार -सादात ब्लॉक सेक्शन के ट्रैक्शन एवं ओवर हेड लाइन क्रासिंग का परिमापन किया और ट्रैक्शन लाइन से हाई टेंशन पॉवर लाइन की मानक दूरी सुनिश्चित की। बता दें कि भटनी से औड़िहार रेल खंड के 117 किमी दूरी के दोहरीकरण के लिए कुल 1177 करोड़ रूपए स्वीकृत हैं। जिसके अन्तर्गत 12 वृहद पुल तथा 108 छोटे पुलों सहित अन्य यात्री सुविधाओं का प्रावधान किया जा रहा है। इस परियोजना का यह चरण पूर्ण हो जाने से पूर्वांचल क्षेत्र जिसमें खासतौर पर गाज़ीपुर परिक्षेत्र में नए व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे इस क्षेत्र के विकास को और अधिक गति मिलेगी। ये कार्य संपन्न होने से भटनी एवं वाराणसी की दिशा से आने वाली ट्रेनों को क्रासिंग के लिए औड़िहार, माहपुर एवं सादात स्टेशनों पर रुकना पड़ेगा। जिससे समयपालन में सुधार होगा और यात्री सन्तुष्टि में वृद्धि होगी। इसके साथ ही इस रेल खण्ड पर चलने वाली मालगाड़ियों के संचलन समय में भी कमी आएगी। इसके बाद उन्होंने सादात -औड़िहार रेलखण्ड पर अधिकतम गति से स्पीड ट्रायल किया। जिसमें उनकी सीआरएस स्पेशल ने 129 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार को छुआ। इस मौके पर द्वारा मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी इंजीनियर निर्माण एससी श्रीवास्तव, एडीआरएम राहुल श्रीवास्तव, ओपी सिंह, आरके बाजपेई, वीके यादव, आरके सिंह, आशीष पाण्डेय, कमल नयन, कमल कुमार तलरेजा, एसपीएस यादव, राकेश रंजन, एपी सिंह, सत्यम सिंह, आशुतोष शुक्ला, पंकज केशरवानी, आरएन सिंह, रजत प्रिय आदि रहे।