यादों के झरोखे से : रामकरन दादा से था मुलायम यादव का पारिवारिक नाता, हर मांगलिक व दुःखद मौके पर आते थे सिधौना





खानपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व देश के पूर्व रक्षामंत्री मुलायम सिंह यादव ने 82 साल की उम्र में मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। इस आखिरी सांस के साथ ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर शोक का पहाड़ टूट पड़ा है। इसी क्रम में सिधौना के ईशोपुर स्थित रामकरन महाविद्यालय में शोकसभा का आयोजन किया गया। जहां पूर्व एमएलसी डॉ. विजय यादव के साथ बच्चों व शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद डॉ. विजय ने मुलायम यादव के साथ स्मृतियों को साझा किया। बताया कि उनके पिता व सपा के संस्थापक सदस्य रामकरन दादा व मुलायम सिंह यादव बेहद करीबी थे, जिसके चलते उनका गाजीपुर से भी अटूट रिश्ता रहा है। पूर्वांचल के गांधी नाम से प्रसिद्ध ईशोपुर निवासी रामकरन दादा के पारिवारिक सदस्य की भांति मुलायम सिंह उनके हर मांगलिक कार्यक्रम में ईशोपुर जरूर आते रहे हैं। पूर्व एमएलसी रामकरन दादा के पुत्र और पुत्री की शादी में शामिल होकर पारिवारिक दायित्वों का भी उन्होंने बखूबी निर्वहन किया था। मुलायम सिंह सहकारिता मंत्री, केंद्रीय रक्षा मंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहते हुए करीब 10 बार ईशोपुर गांव आए थे। इसके बाद रामकरन दादा के निधन पर अखिलेश यादव भी आए थे। इसी रामकरन डिग्री कालेज का उद्घाटन करने के लिए 2007 में मुलायम सिंह आखिरी बार ईशोपुर आये थे। कहा कि मुलायम सिंह हमेशा रामकरन दादा को अपने राजनीतिक सलाहकार के रूप में सम्मान देते रहे और अपने मुख्यमंत्री काल में उनके हर आदेश सुझाव और सलाह को अपनी कार्यशैली में अपनाते रहे। डॉ विजय यादव ने कहा कि उनका जाना हमारे पारिवारिक अभिभावक के जाने के बराबर है। इसके पश्चात रामकरन शिक्षण संस्थानों पर शोकसभा आयोजित कर सभी विद्यालयों को बंद कर दिया गया। इस मौके पर आशीष यादव राहुल, डॉ जयशंकर, डॉ वंशीधर, रामनरेश यादव, राजेश पाल, श्रवण विश्वकर्मा, महेंद्र कुमार, जितेंद्र यादव आदि रहे।



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