भाजपा कार्यकर्ताओं का ऐसा उत्साह है कि 2025 नहीं बल्कि 2024 तक ही टीबी मुक्त हो जाएगा भारत - जिपं अध्यक्ष
ग़ाज़ीपुर। टीबी मुक्त भारत का सपना प्रधानमंत्री ने 2025 तक देखा है। उसी सपने को अमली रूप में लाने के लिए एक तरफ जहां क्षय रोग विभाग लगा हुआ है, वहीं अब भाजपा कार्यकर्ता भी इसमें पूरी तरह से जुट गए हैं। चल रहे सेवा पखवाड़ा के तहत टीबी मरीजों को गोद लेने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने 1010 टीबी मरीजों को गोद लिया। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने 21 टीबी मरीजों को गोद लिया। जिसके बाद शुक्रवार को जिला अस्पताल स्थित क्षय रोग केंद्र पर टीबी मरीजों में न्यूट्रिशन का वितरण किया गया। जिपं अध्यक्ष ने कहा कि टीबी मरीज़ हमारे ही समाज के और हमारे बीच में ही रहने वाले लोग हैं। उनसे दूरी बनाने की बजाय इन्हें प्यार देने की जरूरत है। यदि हम ऐसा करते हैं तो वह दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री मोदी के 2025 तक टीबी मुक्त भारत के सपने को हम 2023 या 2024 तक ही पूरा कर सकते हैं, बस जरूरत है इसके लिए आगे आकर पहल करने की। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि 18 सितंबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयुष्मान भारत का स्थापना दिवस मनाया गया था। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि जिपं अध्यक्ष सपना सिंह ने 21 टीबी मरीजों को गोद लेने की घोषणा की थी। उस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष भी वहां थे। उन्होंने विभाग से टीबी के मरीजों की सूची मांगी। जिसके बाद उनकी अपील पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिले के 1010 टीबी मरीजों को गोद लिया और अब उनमें उनके द्वारा न्यूट्रिशन का वितरण किया जाएगा। अध्यक्ष प्रतिनिधि पंकज सिंह ने भी 11 मरीजों को गोद लिया है। समन्वयक ने बताया कि जनवरी 2022 से अब तक टीबी के जिले में कुल 2137 मरीज मिले हैं। जिनमें अब तक कुल 1108 मरीजों को गोद भी ले लिया गया है। इस मौके पर प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जेएन सिंह, डॉ सुजीत कुमार मिश्र, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ मृत्युंजय दुबे, अनुराग कुमार पांडे, सुनील कुमार वर्मा, वेंकटेश प्रसाद शर्मा, संजय सिंह यादव, महेश, गरीब, इंद्रेश, नीतू, अंजू सिंह, श्वेता सिंह, संगीत सिंह, सलमान आदि रहे।