शासन के स्पष्टीकरण के बावजूद गरीबों के लिए स्वेच्छा से सरेंडर कर रहे राशन कार्ड
सैदपुर। जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिनों पूर्व तक राशन कार्ड की पात्रता व अपात्रों द्वारा कार्ड सरेंडर किये जाने का दिया गया आदेश अब भी असर दिखा रहा है। शासन द्वारा कार्डों की पात्रता को लेकर को स्पष्टीकरण देने व रिकवरी जैसा कोई कानून न होने की बात कहने के बाद भी लोग कार्ड निरस्त करा रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपात्र होने के कारण स्वेच्छा से अपना कार्ड निरस्त करा रहे हैं। इस बाबत मुख्य बाजार निवासी कपड़ा व्यवसायी बृजेश मोदनवाल ने अपने परिवार का राशन कार्ड निरस्त करा दिया। बताया कि कार्ड मेरी मां के नाम पर था। बताया कि कुछ साल पहले तक हम बेहद गरीब थे लेकिन अब हमारी आर्थिक स्थिति सुधर गई है। बताया कि गरीबी के दौरान हम राशन लेते थे, लेकिन 4-5 सालों में अब स्थिति ठीक है तो अब राशन नहीं लेते। राशन कार्ड को निरस्त करने के लिए आवेदन पत्र देकर कहा कि इस योजना का राशन उसी को मिलना चाहिए, जो वास्तव में इसका हकदार है। कहा कि अपात्रों के कार्ड निरस्त कराने का ये कदम अच्छा था। इसे चलना चाहिए था।