पूर्व ग्राम प्रधान पर बड़ा आरोप, कभी चुनाव में हारना न पड़े, इसके लिए कर दी बड़ी साजिश, सैकड़ों ने एसडीएम को घेरा





सैदपुर। एक तरफ सत्ताधारी दल के लोगों के अलावा निर्वाचन कर्मी गांव-गांव घूमकर लोगों को मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने व नए मतदाता बनाने की अपील करते दिख रहे हैं तो दूसरी तरफ सैदपुर विधानसभा का एक ऐसा गांव है, जहां के सैकड़ों लोग कुछ व्यक्तियों की साजिश का शिकार होकर मतदान से वंचित होने वाले हैं। मामला होरिलपुर गांव का है। बीते एक दशक से अपनी इसी स्थिति को लेकर आखिरकार मंगलवार को सैकड़ों महिलाओं व पुरूषों का धैर्य जवाब दे गया और वो तहसील स्थित एसडीएम कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। जिसके बाद कोतवाल तेजबहादुर सिंह महिला व पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और उन्हें वहां से अलग किया। इसके बाद एसडीएम से सभी की बात हुई और आश्वासन मिलने के बाद वो वहां से वापस गए। होरिलपुर गांव निवासी रमेश राय के नेतृत्व में दर्जनों महिलाएं व पुरूष मंगलवार को तहसील पहुंचे। वहां एसडीएम से मिलने की जिद करने लगे, लेकिन मिल न पाने के बाद वो वहीं पर प्रदर्शन करने लगे। होहल्ला सुनकर आखिरकार पहुंचे एसडीएम कुछ लोगों को लेकर अंदर गए और बातचीत की, जिसके बाद आश्वासन दिया कि वो समुचित कार्रवाई कराकर उनका नाम दर्ज कराएंगे। मामला ये है कि होरिलपुर व भवानीपुर गांव में करीब 650 मतदाता रहते हैं। बताया कि उनके मकान होरिलपुर गांव में हैं लेकिन पूर्व प्रधान राजमाता देवी व उनके पति रामाशीष यादव ने साजिश के तहत उसी गांव की बीएलओ सुनीता यादव के साथ मिलकर सिर्फ अपने समर्थक वोटरों के नाम होरिलपुर स्थित भाग संख्या 402 बूथ के लिए दर्ज कराया और बाकी उनके विपक्ष के करीब 150 से 200 मतदाताओं के साथ साजिश करते हुए उनके घर को उनके घर से करीब 5 किमी दूर करंडा के तरांव गांव में बताते हुए उनके नाम को तरांव के भाग संख्या 359 पर दर्ज करा दिया। जिसके चलते बीते 10 सालों से वो न तो मतदान कर पा रहे हैं और न ही कोई और काम। जबकि ऐसा करने वाला पूर्व प्रधान अब गांव में सिर्फ अपने वोटरों के होने के कारण हमेशा जीतता है और अगर सीट सुरक्षित हो जाए तो अपने मनमाने व्यक्ति को प्रधान बनवा देता है। बताया कि उनके घर में सैनिक स्कूल में बच्चे का प्रवेश होना था, लेकिन मकान होरिलपुर में होने व कागजों में निवासी तरांव का होने के कारण नामांकन रिजेक्ट हो गया। बताया कि गांव में किसी युवा की नौकरी नहीं लग पाती, क्योंकि जब सरकारी वेरिफिकेशन आता है तो वहां हम कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाते। ये भी बताया कि जब गांव के लोगों में आपस में मारपीट या कोई घटना हो जाती है तो हमारा एनसीआर तक नहीं दर्ज हो पाता। क्योंकि सैदपुर थाने पर आने पर करंडा थाने भेजा जाता है और करंडा जाने पर सैदपुर थाने पर भेजा जाता है। यहां तक कह दिया कि अगर हम कोई अपराध कर जाएं तो हमें पुलिस गिरफ्तार तक नहीं कर सकती, क्योंकि देखा जाए तो हम किसी गांव के निवासी ही नहीं हैं। बताया कि हमारे पास निर्वाचन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक का पासबुक, गैस सिलिंडर के कागज आदि हर चीज पर पता होरिलपुर का लिखा है लेकिन कागजों पर हमें तरांव का बता दिए जाने के कारण हम हर चीज से वंचित हो गए हैं। वर्तमान प्रधान नागेंद्र राम पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वो भी पूर्व प्रधान के ही दिशानिर्देश पर काम करते हैं। कहा कि पूर्व प्रधान ने ऐसी हरकत सिर्फ इसीलिए की है ताकि वो आजीवन ग्राम प्रधान रहे और कोई उसका विरोध न कर सके। क्योंकि उसने अपने विरोधियों को अन्य गांव की सूची में डाल दिया है। इस बाबत उपजिलाधिकारी ने बताया कि जो भी नियम होगा उसके अनुसार काम कर दिया जाएगा। वहीं इस बाबत विधायक सुभाष पासी ने बताया कि मामला संज्ञान में है, इस बारे में एसडीएम से वार्ता करके जांच को कहा गया है। इस मौके पर रतन राय, श्रीप्रकाश राय, मीना, शीला, रमेश चंद्र राय, मनोज राय, भुआल राय, इंदल राय, वीरेंद्र राय आदि रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< विधायक व एकेडमी अध्यक्ष ने किया पूर्व प्राचार्य के किताब का विमोचन, प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
अंतर्महाविद्यालयीय योग प्रतियोगिता में सैदपुर की महिला व पुरूष दोनों टीमें बनीं उपविजेता, 4 खिलाड़ियों को मिली इस बड़ी प्रतियोगिता में जगह >>