गोरखपुर : कोविड काल में बेहतर सेवा देने वाले सरकारी व निजी अस्पताल को किया गया सम्मानित
गोरखपुर। कोविड काल में इस साल फरवरी से जुलाई तक बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के नेहरु अस्पताल और निजी क्षेत्र के लाइफ केयर हॉस्पिटल ने आयुष्मान भारत योजना के सर्वाधिक मरीजों का इलाज किया। जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने स्वतंत्रता दिवस पर नेहरु अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. अजहर और लाइफ केयर अस्पताल के संचालक डॉ. जेपी जायसवाल को इस उपलब्धि पर अपने कार्यालय में प्रशस्ति देकर सम्मानित किया। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि इस संबंध में स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्प्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटिग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेज कर प्रशस्ति पत्र देने को कहा था। उन्होंने बताया कि एक फरवरी से 31 जुलाई 2021 के बीच नेहरु अस्पताल ने 663 मरीजों को योजना के तहत अलग-अलग प्रकार की चिकित्सा सेवा दी। इसी प्रकार लाइफ केयर हॉस्पिटल ने 1748 लोगों को सेवा दी। दोनों अस्पतालों ने अनुकरणीय प्रयास किया है। डॉ. सिंह ने बताया कि योजना से संबद्ध सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल पांच लाख तक के निःशुल्क इलाज वाले मरीज को भर्ती करके कर सकते हैं। पुरस्कार की इस प्रतिस्पर्धा से अस्पतालों के बीच अधिक से अधिक मरीजों को सेवा देने का भाव पैदा होगा और लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचेगा। योजना के जिला शिकायत प्रबंधक विनय पांडेय का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना देश में कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त में सालाना पांच लाख रूपये तक की बीमा कवरेज मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकारी खर्च पर चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है। जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं। बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है। अगर कोई व्यक्ति कार्ड बनने से पहले से बीमार है तो भी उसका इलाज इस योजना के अंतर्गत होगा। जिला सूचना तंत्र प्रबंधक शशांश शेखर ने बताया कि योजना के तहत मैटरनल हेल्थ और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबीटीज, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टेंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी आदि शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल में एडमिट होने से पहले व बाद के खर्च भी इस हेल्थ बीमा में कवर किए जा रहे हैं।