औड़िहार आरपीएफ की बड़ी कामयाबी, 6 सालों में रेलवे को 30 लाख का चूना लगाने वाला दलाल पौने 2 लाख के टिकट संग दिल्ली से गिरफ्तार
सैदपुर। औड़िहार आरपीएफ प्रभारी ने प्रतिबंधित एक्सटेंशन के प्रयोग से रेलवे के ई-टिकटों की कालाबाजारी व दलाली करने वाले करीब 6 साल में रेलवे को 30 लाख से अधिक का चूना लगाने वाले एक और दलाल को दिल्ली से धर दबोचा है। उसके पास से हजारों रूपयों के टिकट भी बरामद हुए हैं। पकड़ा गया दलाल आफताब अंसारी गिरोह का है। बीते दिनों टिकटों का बड़ा दलाल पकड़ा गया था। उससे पूछताछ के क्रम में औड़िहार आरपीएफ प्रभारी नरेश कुमार मीणा को काफी सूचनाएं मिली थीं। जिसके आधार पर आरपीएफ को दिल्ली निवासी शिवशंकर पुत्र अनंती राम का पता चला। आरपीएफ प्रभारी ने बताया कि शिवशंकर बेहद शातिर था और वो लगातार अपनी लोकेशल बदलता था, जिसके चलते उसे पकड़ पाना बेहद मुश्किल हो रहा था। जिसके बाद उसके बैंक से मिले नंबर को सर्विलांस पर लगाया और उसी आधार पर उसके उत्तर पश्चिमी दिल्ली स्थित स्वरूप नगर प्रेमनगर में होने का पता चला। जिसके बाद टीम ने मय फोर्स दिल्ली के पीरागढ़ी मेट्रो स्टेशन के पास छापेमारी करके उसे धर दबोचा। तलाशी में उसके पास से 1 लाख 77 हजार 885 रूपए कीमत के आईआरसीटीसी की निजी आईडी पर बने 133 ई-टिकट बरामद हुअए। इसके अलावा कुल 7 निजी आईडी भी मिली। पता चला कि वो प्रतिबंधित एक्सटेंशन ओशियन से अपने मोबाइल से ही टिकट निकालता था और बीते 6 साल के अंदर करीब 30 लाख रूपयों से अधिक के टिकट निकाल चुका था। उसने स्वीकार किया कि वो 400 से 500 रूपए अधिक लेकर टिकटों का कालाबाजारी करता था। उसके पास से इजहार अंसारी से प्रतिबंधित ओशियन एक्सटेंशन के खरीदे जाने के बाबत व्हाट्सएप की चैट भी आरपीएफ को मिली। जिसके बाद उसे थाने लाकर जेल भेज दिया गया। टीम में औड़िहार आरपीएफ प्रभारी नरेश मीणा के अलावा देवरिया के उपनिरीक्षक अबु फरहान गफ्फार आदि रहे।