औड़िहार आरपीएफ के हत्थे चढ़े दो शातिर दलाल, रेलवे को लगा चुके थे 10 लाख का चूना, इन मास्टर माइंड से मिला कनेक्शन





सैदपुर। औड़िहार आरपीएफ प्रभारी ने मंगलवार को छापेमारी करते हुए जौनपुर बाजार से तत्काल ई-टिकटों की कालाबाजारी करने वाले दुकानदार व उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसके पास से भारी संख्या में तत्काल ई-टिकट व प्रतिबंधित ऐप भी बरामद हुए। बीते नवंबर माह में कुशीनहर के हाटा से आरपीएफ ने ऐसे सुपर सेलर आफताब अंसारी व इजहार अंसारी को गिरफ्तार किया था, जो पूरे भारत में प्रतिबंधित एक्सटेंशन ओशियन, नेक्स्ट जेन व ईगल बेचते थे और उनसे रेलवे की तत्काल टिकटें निकाली जाती थीं। उनके द्वारा बेचे गए इन एक्सटेंशन से कई जिलों में टिकटों की कालाबाजारी का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा था। इस बीच औड़िहार आरपीएफ प्रभारी नरेश मीणा को मंगलवार को सूचना मिली कि जौनपुर के मड़ियाहूं रोड स्थित मेघपुर चौराहे से ये काम संचालित हो रहा है। जिसके बाद उन्होंने उक्त चौराहे पर स्थित आकांक्षा मोबाइल एंड इंटरनेट प्वाइंट नामक दुकान पर छापेमारी कर वहां से दुकान संचालक अक्षय कुमार सिंह पुत्र सुशील सिंह निवासी मेघपुर केरावं व उसके सहयोगी राहुल निषाद निवासी केरावं जलालपुर को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में दुकान से आईआरसीटीसी की पर्सनल आईडी पर बने 29 हजार 816 रूपए कीमत के 28 सामान्य व तत्काल टिकट बरामद हुए। साथ ही लैपटॉप, दो मोबाइल व 6790 रूपए भी बरामद हुए। बताया कि वो ओशियन एक्सटेंशन से टिकट बनाते थे और लोगों को टिकट ब्लैक करते थे। स्वीकार किया कि अब तक वो 10 लाख से अधिक रूपयों के टिकटों की कालाबाजारी कर चुके हैं। जांच में दोनों का कनेक्शन पूर्व में गिरफ्तार किए गए मास्टर माइंड आफताब व इजहार अंसारी से पाया गया। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। टीम में आरपीएफ प्रभारी के अलावा देवरिया एसआई अबु फरहान गफ्फार, कां. रामबहादुर यादव, विक्रम आजाद, श्रीराम मिश्र, सुमित खरवार आदि रहे।



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