पिता व माता को श्रद्धांजलि देने के लिए पुत्रों ने बनवा दिया आकर्षक स्मृति द्वार
भीमापार। आज के समय में अधिकांश संतान अपने पैरों पर खड़े होने के बाद अपने बूढ़े अभिभावकों को जहां एक बोझ की तरह समझने लगते हैं वहीं क्षेत्र के मंगारी में अपने पिता की पुण्यतिथि पर उन्हें व मां को श्रद्धांजलि देते हुए पुत्रों ने गांव में एक प्रवेश द्वार बनवा दिया है। मंगारी निवासी स्व. शिवाजी सिंह उचौरी स्थित इंटर कालेज में शिक्षक थे। 2006 में उनके निधन के बाद बच्चों ने बागडोर संभाल ली। इसके बाद उनके पुत्र व नोएडा में डीओ राकेश सिंह, शिक्षक मनोज सिंह व शिक्षक प्रदीप सिंह ने मिलकर गांव में मां व पिता के नाम पर चंद्रकांता शिवाजी सिंह स्मृति द्वार बनवाया जिस पर उन्होंने पिता के साथ ही मां स्व. चंद्रकांता सिंह की भी प्रतिमा लगवाई और मंगलवार को पिता की 13वीं पुण्यतिथि पर उसका लोकार्पण करंडा इंटर कालेज के सेवानिवृत्त प्रवक्ता शेषनाथ सिंह के हाथों फीता काटकर कराया। मनोज सिंह ने कहा कि उनके लिए उनके माता पिता ही सब कुछ थे। आज वो जो कुछ भी हैं, उन्हीं की बदौलत हैं। ऐसे में हम भाईयों की यही इच्छा थी कि हमारे बाद भी लोग हमारे माता पिता को याद करते रहें। इस मौके पर कैलाशनाथ पाण्डेय, अमरदेव सिंह, रामजी सिंह, कृष्णा प्रसाद सिंह, रघुवंश सिंह, दिलीप पटवा, अरुण पाण्डेय, अभय, संजय आदि मौजूद थे।