भगवान परशुराम जैसी आज्ञाकारी संतान परिवार में एक भी हो तो कल्याण निश्चित - पर्यटन मंत्री





सैदपुर। स्थानीय नगर स्थित स्नेह मिलन वाटिका विवाह गृह में मैरिज हॉल में मंगलवार को भारतीय ब्राह्मण समिति द्वारा धूमधाम से परशुराम जयंती मनाई गई। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री अमरजीत मिश्र ने कहा कि भगवान परशुराम जैसी आज्ञाकारी संतान अगर पूरे परिवार में भी एक हो जाए तो परिवार का कल्याण निश्चित है। कहा कि भगवान परशुराम अपने मां व पिता के लिए इस कदर आज्ञाकारी थे कि उन्होंने पिता के कहने पर पहले मां का शीश अलग कर दिया और फिर पिता को खुश कर उन्हें और अपने भाईयों को जिंदा भी करा लिया। कहा कि ब्राह्मण हमेशा ही अपनी बुद्धिमत्ता, संस्कार और सरलता के कारण प्रगति करता रहा है। आरक्षण जैसी सुविधाओं का लाभ न मिलने के बावजूद ब्राह्मण जाति ने जो कुछ भी हासिल किया है वो अपनी शिक्षा और अपने परिजनों से मिले संस्कार से ही हासिल किया है। कहा कि आज समाज का माहौल तेजी से बदलता जा रहा है और ब्राह्मणों को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है। जबकि वास्तव में ब्राह्मण सभ्य समाज का सूत्राधार होता है। लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज भले ही विभिन्न मुद्दों पर हर ब्राह्मण भिन्न-भिन्न विचार रखता हो लेकिन आज के इस बदलते परिवेश में जब सभी जातियां खुद को संगठित कर रही हैं तो ब्राह्मण को भी अपनी जाति के भाई बंधुओं के हितों के मुद्दों पर एकजुट रहना चाहिए। संगठन के जिलाध्यक्ष विजय शंकर तिवारी ने कहा की समिति ब्राह्मण समुदाय की रक्षा के लिए सदैव पूरी गंभीरता और ताकत से खड़ी रहेगी। उन्होंने सभी एकजुट होने की अपील की। इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि ने भगवान परशुराम के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर व माल्यार्पण कर किया। इस मौके पर अखिलानंद मिश्र, लल्लन पांडे, डॉ. संतोष मिश्र, नवीन चंद्र पांडेय, राम नरायण मिश्र, डॉ. श्रीकांत पांडेय, डॉ. श्रीनिवास पांडेय, राम गोविंद पांडेय, धर्मेंद्र मिश्र आदि मौजूद थे।



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