सैदपुर : तिरूपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलने पर हिंदू जनजागृति समिति ने पत्रक देकर की पूर्व मुख्यमंत्री समेत अन्य के जांच की मांग





सैदपुर। विश्व विख्यात व हिंदू धर्म के प्रमुख आंध्र प्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलाए जाने की घटना के बाद हिंदू जनजागृति समिति ने मंगलवार को तहसील में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को संबोधित मांगपत्र सौंपा। कहा कि दुनिया भर में करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र तिरूपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में इस तरह से चर्बी मिलाए जाने की घटना किसी भी हाल में क्षम्य नहीं है। कहा कि ये घटना सिर्फ एक मिलावट का मामला भर नहीं है बल्कि पूरी दुनिया के करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ जान बूझकर खिलवाड़ किया गया है। कहा कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के पिता सैमुअल राजशेखर रेड्डी के मुख्यमंत्री करते हुए न सिर्फ तिरूपति बालाजी मंदिर में प्रसाद के लड्डुओं को बनाने का ठेका साजिश के तहत एक ईसाई संगठन को दिया गया था, बल्कि मंदिर के प्रबंध समिति में भी ईसाईयों को नियुक्त किया गया था। आरोप लगाया कि दुनिया के इस प्रमुख हिंदू मंदिर परिसर के अंदर संविधान के खिलाफ ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण को प्रोत्साहित किया गया था। कहा कि एक प्रदेश के सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वो हर धर्म के लोगों की रक्षा करे लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री सैमुअल रेड्डी इसमें फेल रही। उन्होंने इस मामले से जुड़े मुख्यमंत्री के सभी फैसलों की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद उन्होंने इस घटना में शामिल सभी लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड को पत्रक सौंपा। इस मौके पर संजय सिंह, राजनारायण मिश्र, अमित चौरसिया, मोहित मिश्र, सोनू मौर्य, शुभम विश्वकर्मा, शिव प्रजापति, निखिल प्रजापति, संतोष कुशवाहा, पंकज मिश्र, सतीश विश्वकर्मा, श्रीकांत जायसवाल आदि रहे।



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