सैदपुर : नई सड़क पर सरेराह वृद्ध रेलकर्मी की मिली खून से लथपथ लाश, मचा हड़कम्प, मौके पर कई थाने की फोर्स व फॉरेंसिक टीम
सैदपुर। एक वृद्ध रेलकर्मी की खून से लथपथ लाश सैदपुर के नई सड़क स्थित निर्माणाधीन मकान में देररात में मिली। घटना की सूचना के बाद हड़कम्प मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को निकलवाकर तत्काल पोस्टमार्टम के लिए भेजा और इसे हत्या मानते हुए रात में ही पुलिस की कई टीम संदिग्ध हत्यारे की दबिश में जुट गई। उसके सिर पर काफी गहरा कटने का जख्म था, जिसे देखकर लग रहा था कि किसी धारदार हथियार से उसे मारा गया है। घटना के बाद जिले के कई थानों से पुलिस सैदपुर पहुंच चुकी थी। वहीं रात में ही एसपी सिटी भी सैदपुर पहुंचे और करीब 2 बजे रात तक कोतवाली में ही रुके रहे। इस संदिग्ध हत्यारोपी के परिजन को भी रात में ही पुलिस लेकर आई, फिर छोड़ दिया। सुबह मृतक के परिजनों ने गिरकर मौत होने की तहरीर दी है। हुआ ये कि वार्ड 4 रौजा द्वार निवासी 58 वर्षीय रमेश रावत पुत्र स्व मार्कण्डेय रावत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के रेल वर्कशॉप में चतुर्थ श्रेणी कर्मी थे। वो रोजाना सैदपुर से ड्यूटी पर आते जाते थे। बीती देर रात भी वो ड्यूटी से घर जा रहे थे। इसके लिए वो नई सड़क पर उतरकर पैदल ही पंकज टाकीज गली पकड़कर घर जाने के लिए निकले। मुहल्ले के लोगों का कहना है कि वहां पर दो लोग झगड़ रहे थे तो मुहल्ले का जानकर वो छुड़ाने लगा तो एक बदमाश ने छूरे से रमेश के सिर पर वार किया और उसे उठाकर सामने की खाली जमीन में फेंक दिया। इसके बाद उक्त निर्माणाधीन मकान की खाली जमीन पर उनकी खून से लथपथ लाश मिली। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक बदमाश ने तेज छुरा रमेश के सिर के अगले हिस्से में दे मारा और उसे उठाकर पत्ते की तरह करीब 3 फुट दूर निर्माणाधीन मकान में फेंक दिया। घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई। पुलिस उसे लेकर सीएचसी पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। रात में मृतक का बेटा आरोपी का नाम लेकर कह रहा था कि मार दिया, मार दिया और सुबह उसने कहा कि गड्ढे में गिरने के चलते उसकी मौत हुई है। इधर घटना के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया। अस्पताल पर भारी भीड़ जुट गई। किसी तरह की अराजकता को रोकने के लिए पुलिस ने शव को तत्काल जिला मुख्यालय भेज दिया। इसके बाद रात में कई थानों की फोर्स व एसपी सिटी सहित फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई और सुबूत जुटाने के साथ ही दबिश में जुट गई। पुलिस एक संदिग्ध आरोपी के घर पहुंची तो वो फरार हो चुका था। उसके घर की महिलाओं ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं है। वहीं सुबह में पुलिस ने आरोपी के एक परिजन को थाने पर पूछताछ के लिए बुलाया। मृतक पत्नी शांति समेत 4 पुत्र व 2 पुत्रियां छोड़ गया है। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। हर कोई रमेश की नाहक गयी जान पर अफसोस जता रहा था। इस बाबत कोतवाल महेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों ने गिरने से मौत होने की तहरीर दी है।