खत्म हुआ माशिसं का मूल्यांकन बहिष्कार, उपमुख्यमंत्री से मिला चेतनारायण गुट





लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चेतनारायण गुट द्वारा विभिन्न मांगों के चलते किया जा रहा बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन बहिष्कार रविवार को उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री दिनेश शर्मा से मुलाकात के बाद समाप्त हो गया। रविवार को संघ का प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर राजबहादुर सिंह चंदेल के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से मिला। इस दौरान सचिव, विशेष सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक व सचिव आदि की मौजूदगी में उपमुख्यमंत्री से वार्ता हुई। संघ के अध्यक्ष चेतनारायण सिंह ने अपनी मांगों को लेकर उपमुख्यमंत्री को पुनः अवगत कराया। बताया कि वित्तविहीन विद्यालयों को अंशकालिक के बजाय शिक्षक का दर्जा दिया जाए। साथ ही उनका वेतन 15 हजार रूपए से कम न हो। बताया कि इस पर आचार संहिता खत्म होते ही प्रकाशित करने का भरोसा दिया गया। इसके अलावा अद्यतन कार्यरत तदर्थ शिक्षकों के लिए मार्च 2016 अधिनियम के 1 व 8 के बिंदुओं में व्याप्त विसंगतियों को दूर कर तदर्थ शिक्षकों को नियमित करने की मांग की। इस पर शिक्षामंत्री ने भरोसा दिया कि किसी भी तदर्थ शिक्षक की सेवा समसप्त नहीं होगी और विसंगतियां दूर की जाएंगी। इसके अलावा पेंशन, चिकित्सकीय प्रतिपूर्ति आदि को लेकर की गई मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही के भरोसे के बाद बहिष्कार खत्म कर दिया गया। अब वो मूल्यांकन कार्य पूरा करेंगे। गौरतलब है कि चेतनारायण गुट द्वारा अपनी मांगों को लेकर मूल्यांकन कार्यों का बहिष्कार किया गया था। उनके आग्रह पर कुछ अन्य शिक्षक भी मूल्यांकन कार्य नहीं कर रहे थे। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष लवकुश मिश्र, पूर्व एमएलसी रामबाबू शास्त्री, प्रदेश मंत्री डा. महेंद्र नाथ राय आदि मौजूद थे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< देवकली में सड़क पर पसरा धूल बन रहा दुर्घटना का कारण
7 चरण के साथ 2019 की बजी रणभेरी, चुनाव की तारीखों के साथ जानें कितने चरण में होगा किस राज्य का चुनाव >>